HAL ने ध्रुव हेलीकॉप्टर की पहली खेप भारतीय सेना को सौंपी, ये है पूरी डील की जानकारी

एचएएल ने पहली खेप में तीन ध्रुव हेलीकॉप्टर भारतीय सेना को सौंप दिए। अगस्त 2017 में सेना और एचएएल के बीच 40 हेलीकॉप्टरों को लेकर करार हुआ था।

By TaniskEdited By: Publish:Sat, 23 Feb 2019 09:30 AM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 09:42 AM (IST)
HAL ने ध्रुव हेलीकॉप्टर की पहली खेप भारतीय सेना को सौंपी, ये है पूरी डील की जानकारी
HAL ने ध्रुव हेलीकॉप्टर की पहली खेप भारतीय सेना को सौंपी, ये है पूरी डील की जानकारी

बेंगलुरु, प्रेट्र। एचएएल (HAL) ने शुक्रवार को तीन ध्रुव हेलीकॉप्टर भारतीय सेना (Indian Army) को सौंप दिए। अगस्त 2017 में सेना और एचएएल के बीच 40 हेलीकॉप्टरों को लेकर करार हुआ था। करार के तहत 22 एएलएच एमके-3 और 18 एमके रुद्र सेना को देने हैं। एचएएल ने बताया कि 22 में से 19 हेलीकॉप्टर बनकर तैयार हैं और इन्हें जल्द ही सेना को सौंप दिया जाएगा। 5.5 टन के ये एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर एचएएल द्वारा बनाए गए हैं। एचएएल का दावा है कि यह हेलीकॉप्टर तेजी से तैनाती के लिए जहां बिल्कुल अनुकूल हैं वहीं संचालन के दौरान अधिकतम क्षेत्र को कवर कर सकते हैं। कंपनी ने कहा कि बुनियादी हेलीकॉप्टर के स्किड और व्हील्ड दो संस्करण बनाए गए हैं।

एचएएल और सीपीडब्ल्यूडी के बीच एमओयूएचएएल ने केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के साथ एक एमओयू पर दस्तखत किए। तुमाकुरु स्थित ग्रीनफील्ड हेलीकॉप्टर फैक्ट्री में द्वितीय चरण के आधारभूत ढांचे के विकास के लिए यह एमओयू किया गया है। एमओयू पर हेलीकॉप्टर कांप्लेक्स के सीईओ जीवीएस भास्कर और एचएएल प्रोजेक्ट जोन, सीपीडब्ल्यूडी के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश जैन ने हस्ताक्षर किए। एचएएल ने बताया कि नया हेलीकॉप्टर कारखाना 615 एकड़ में बन रहा है। इस ग्रीनफील्ड परिसर में तीन टन से 12 टन के हेलीकॉप्टर बन सकेंगे।

अगले तीन से पांच सालों में होगी 50-75 हेलीकॉप्टरों की जरूरत अगले तीन से पांच सालों के दौरान घरेलू और वाणिज्यिक हेलीकॉप्टरों की मांग बढ़ेगी। एयरबस के प्रवक्ता ने कहा, निकट भविष्य में 50-75 हेलीकॉप्टरों की मांग हो सकती है। उधर, मुंबई स्थित हेलिगो चार्टर्स को पहले एच145 हेलीकॉप्टर की आपूर्ति की है। कंपनी जल्द ही झारखंड में अपनी सेवाएं शुरू करेगी।

हैवी लिफ्ट हाइब्रिड ड्रोन लांच कियापोइर जेट्स ने हैवी लिफ्ट हाइब्रिड ड्रोन को यहां एयरो इंडिया शो के दौरान लांच किया। यह एक तरह का मानवरहित विमान है और इसे भार उठाने के लिए अपने अनुकूल बनाया जा सकता है। पोइर जेट्स ने ही देश में सबसे पहले माइक्रो जेट इंजन सीरीज बनाई थी। पोइर जेट्स इनटेक डीएमएलएस की सहयोगी मेसर्स पोइर जेट्स लिमिटेड का एक ब्रांड है।

chat bot
आपका साथी