कोरोना के चलते विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं को समय पर कराना यूजीसी के सामने बड़ी चुनौती
देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों और कालेजों के पास आईटी का कोई भी मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर ही नही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच सरकार ने सामने बड़ी चुनौती शैक्षणिक गतिविधियों को जारी रखने और परीक्षाओं को समय पर कराने की है। इनमें शैक्षणिक गतिविधियां तो काफी हद तक शुरु भी हो गई है, लेकिन इस माहौल में परीक्षाएं कैसे कराई जाए। यह सवाल अभी भी अनुत्तरित बना हुआ है।
आसान नहीं है ऑनलाइन परीक्षा की राह
हालांकि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस दौरान ऑनलाइन परीक्षा जैसी संभावनाओं को लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी भी गठित की है, लेकिन इसके जो शुरूआती रुझान सामने आए है, उनमें यह राह भी आसान नही है। यह डगर इसलिए भी कठिन है कि क्योंकि देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों और कालेजों के पास आईटी का कोई भी मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर ही नही है। जिसके जरिए अटकी हुई परीक्षाओं को समय पर कराया जा सके।
आईटी कंपनियों की मदद से ऑनलाइन परीक्षा कराना महंगा कदम होगा
हालांकि इस बीच आईटी क्षेत्र की निजी कंपनियों की मदद से इन्हें कराने की चर्चा हुई, जैसाकि अभी जेईई मेंस या दूसरी कई प्रतियोगी परीक्षाएं ऑनलाइन हो रही है, लेकिन मौजूदा स्थिति में लॉकडाउन के चलते यह कंपनियां भी बंद पड़ी हैं। साथ ही विश्वविद्यालय स्तर पर ऐसी आईटी कंपनियों की मदद से ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन एक महंगा कदम होगा।
यूजीसी ने कहा- लॉकडाउन के चलते ऑनलाइन परीक्षाएं नहीं हो सकती
यूजीसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक फिलहाल मौजूदा परिस्थितियों में ऑनलाइन परीक्षाएं नहीं हो सकती है। ऐसे में लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही स्थितियां सामान्य होगी, तुरंत परीक्षाएं कराई जाएगी। इसे लेकर विश्वविद्यालय को पूरी तैयारी रखने को कहा गया है। इस बीच सबसे फाइनल ईयर की परीक्षाएं आयोजित कराई जाएगी। ताकि जल्द ही वह अपने लिए नए अवसर की खोज में लग जाए। इस बीच ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों से अपने स्तर पर एक-एक छात्र तक पहुंचने के निर्देश दिए है।
लॉकडाउन के दौरान घर बैठे पढ़ाई, विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं अटकी
इसके अलावा विश्वविद्यालय स्तर पर ही छात्रों के पर्याप्त ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल भी तैयार करने को कहा है। ताकि वह लॉकडाउन के दौरान घर बैठे ही बेहतर पढ़ाई कर सकें। बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ऑनलाइन परीक्षाओं की संभावनाओं को टटोलने को लेकर उस समय काम शुरु किया था, जब देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं अटकी हुई है। हालाकि यह साफ है कि अभी भले ही ऑनलाइन परीक्षाएं संभव नहीं लग रही है, लेकिन कोरोना के चलते जो स्थिति निर्मित हुई है, उससे आने-वाले दिनों में सभी शैक्षणिक संस्थानों को इसकी भी पूरी तैयारी रखनी पड़ेगी।