कालेधन पर सरकार सख्त: 30 सितंबर से पहले करें खुलासा, नहीं तो...

पीएम मोदी ने कहा कि आयकर अफसरों का डर पालकर बैठने से बेहतर है कि 30 सितंबर से पहले अघोषित आय का खुलासा कर दें।

By anand rajEdited By: Publish:Sat, 23 Jul 2016 06:41 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jul 2016 09:34 PM (IST)
कालेधन पर सरकार सख्त: 30 सितंबर से पहले करें खुलासा, नहीं तो...

नई दिल्ली। कालाधन रखने वालों को चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर से पहले अघोषित आय का खुलासा करने को कहा है। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से ज्वैलरी और रीयल एस्टेट के माध्यम से कालाधन जमा करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा है कि देश में छुपे कालेधन को निकालने के लिए सरकार की इन दोनों क्षेत्रों पर कड़ी नजर है।

प्रधानमंत्री ने शनिवार को देशभर से आए ज्वैलर्स के प्रतिनिधियों से कहा है कि जेम्स एंड ज्वैलरी उद्योग के लोगों ने सरकार को सूचना दी है कि किस तरह लोग थैले में पैसे भरकर उनके पास आते हैं। इसका मतलब यह है कि ज्वैलरी सेक्टर के लोग उन सबको जानते हैं। इसलिए सभी ज्वैलर्स ऐसे लोगों तक पीएम का संदेश पहुंचा दें।

प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि सरकार देश में छुपे कालेधन को निकालने के लिए पहले ज्वैलरी सेक्टर तथा उसके बाद जमीन और बिल्डिंग निर्माण की गतिविधियों वाले रीयल एस्टेट सेक्टर में कार्रवाई करेगी। आयकर विभाग की 'आय घोषणा योजना-2016' का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कालेधन से मुक्ति पाने का यह अच्छा अवसर है।

काले धन पर निगरानी प्रक्रिया शुरू करना नहीं चाहते : जेटली आयकर अफसरों का डर पालकर बैठने से बेहतर है कि 30 सितंबर से पहले अघोषित आय का खुलासा कर दें। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि 30 सितंबर के बाद किसी की नींद खराब हो। प्रधानमंत्री ने यह बात जेम्स एंड ज्वैलरी उद्योग के प्रतिनिधियों की ओर से आयोजित एक सम्मान समारोह में कही। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय बिजली राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पीयूष गोयल और वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार भी मौजूद थे।

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इस कार्यक्रम का आयोजन ज्वैलरी उत्पादों पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाने की प्रक्रिया को सरल व उदार बनाने के सरकार के फैसले के मद्देनजर प्रधानमंत्री का सम्मान करने के लिए किया गया था। प्रधानमंत्री ने 20 मिनट से अपने अधिक भाषण में ज्वैलरी उद्योग में इनोवेशन को बढ़ावा देने और मेक इन इंडिया को ब्रांड बनाने की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि ज्वैलर्स को घरेलू मांग से आगे बढ़कर वैश्रि्वक बाजार में बढ़त बनाने के प्रयास करने चाहिए। कारोबार की प्रक्रिया सरल बनाने के लिए उनकी सरकार की ओर शुरु किए गए उपायों की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने भय का माहौल खत्म कर दिया है।

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पीएम ने बताया कि हाल में आयकर अधिकारियों के सम्मेलन में उन्होंने साफ कहा कि नागरिकों को राष्ट्र निर्माण में साझीदार समझना चाहिए। हम करदाताओं को चोर न समझें। इससे पूर्व जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष प्रवीण शंकर पांड्या ने केंद्र सरकार से ज्वैलरी सेक्टर के लिए अलग मंत्रालय बनाने की मांग की।

पीएम ने इसका जवाब देते हुए कहा कि एक मंत्री क्या, खुद प्रधानमंत्री ही आपके साथ है। ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी ट्रेड फेडरेशन के अध्यक्ष जी वी श्रीधर ने ज्वैलरी पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाने के मामले में ज्वैलर्स की शिकायतों को दूर करने में तत्परता दिखाने के लिए सरकार की सराहना की। उन्होंने सरकार से सोने पर आयात शुल्क 10 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत करने की मांग की।

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