काले धन पर निगरानी प्रक्रिया शुरू करना नहीं चाहते : जेटली
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अघोषित धन के मामले में पाक-साफ बनें और सिर ऊंचा करके रहें।
बेंगलुरु। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा, सरकार को पता है कि किन क्षेत्रों में काला धन पैदा होता है, लेकिन "बड़ा भाई देख रहा है" (बिग ब्रदर वॉचिंग) वाली प्रक्रिया शुरू करना अच्छा नहीं होगा। इसलिए उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अघोषित धन के मामले में पाक-साफ बनें और सिर ऊंचा करके रहें। जेटली ने कहा कि सरकार को अपने नागरिकों पर विश्वास करना ही होगा और इसलिए सरकार के लिए उनके लेन-देने की निगरानी करना बहुत खुशी की बात नहीं है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि जो कमा रहे हैं उन्हें टैक्स देना ही चाहिए, खासकर ऐसे देश में जहां दरें बिल्कुल उपयुक्त हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी भुगतान नहीं करने वालों का आगे चलकर पता लगा ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आय घोषणा योजना (आइडीएस) का उद्देश्य भारत को ऐसे देश में तब्दील करना है जहां ज्यादा से ज्यादा लोग कानून का पालन करते हैं।
इस योजना में ऐसे सभी लोगों को एक अवसर दिया गया है जिन्होंने पूर्व में पूरे टैक्स का भुगतान नहीं किया है। अब वे आगे आएं, अपनी अघोषित आय घोषित करें और उस पर सरचार्ज और पेनाल्टी का भुगतान करें। यह योजना 30 सितंबर तक लागू है। एक लॉ कॉलेज के नए कैंपस का उद्घाटन करते हुए जेटली ने कहा कि वैश्वीकरण, अर्थव्यवस्था और तकनीक ने देश में कानूनी शिक्षा के पूरे परिदृश्य को ही बदल दिया है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में कानून के क्षेत्र में अति-विशेषज्ञता प्रचलन में होगी। लिहाजा, अब विधि शिक्षा के आपराधिक और दीवानी कानून के पारंपरिक तरीकों पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है। एक सफल वकील बनने के लिए अब इन तरीकों में सुधार करना होगा।