दार्जिलिंग में तैनात सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट रहने का निर्देश, इंटरनेट सेवा बंद

हिंसक घटनाओ के मद्देनजर सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है साथ ही इंटरनेट सेवा पर लगायी गयी पाबंदी को जारी रखा गया है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Mon, 19 Jun 2017 12:49 PM (IST) Updated:Mon, 19 Jun 2017 12:49 PM (IST)
दार्जिलिंग में तैनात सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट रहने का निर्देश, इंटरनेट सेवा बंद
दार्जिलिंग में तैनात सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट रहने का निर्देश, इंटरनेट सेवा बंद

दार्जिलिंग(जेएनएन)। पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाके दार्जिलिंग में पिछले दिनों हुए हिंसक घटनाओ के मद्देनजर सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है साथ ही इंटरनेट सेवा पर लगायी गयी पाबंदी को जारी रखा गया है। आज सुबह यानि सोमवार साढ़े नौ बजे तक हिंसा की एक भी घटना नहीं दर्ज की गयी है। हालांकि इसके बाद भी हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए नीदरलैंड जा रही है ।

दार्जिलिंग में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा की ओर से अलग राज्य की मांग को लेकर बुलाए गए बंद का आज पांचवां दिन है। सुरक्षा बलों की ओर से सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर सड़कों पर पेट्रोलिंग की जा रही है। पुलिस सूत्रों के सोशल मीडिया पर भड़काऊ और उकसाने वाले मेसेजेस को रोकने के उद्देश्य से पूरे इलाके में इंटरनेट सेवा को सस्पेंड रखा गया है.

गौरतलब दार्जलिंग में प्रदर्शनकारी भीड़ ने एक पब्लिक लाइब्रेरी, दो पंचायत ऑफिस और एक पुलिस वाहन को कलिमपोंग में आग के हवाले कर दिया। हिंसा का ज्यादा असर कलिमपोग इलाके में है। कलिमपोंग दर्जलिंग को वो हिस्सा हैं, जहां दार्जलिंग से अलग एक जिला बनाने की मांग को लेकर बीती 14 फरवरी को विरोध-प्रदर्शन किया गया था।


बता दें कि जीजेएम कार्यकर्ताओं की ओर से कल अपने दो कार्यकर्ताओं के मृतक शरीर को लेकर एक विरोध प्रदर्शन किया गया, उनका आरोप है कि उनके दोनों कार्यकर्ताओं की मौत 17 जून की पुलिस फायरिंग में हुयी है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस की ओर से सरकारी दफ्तरों और गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) दफ्तरों और इलाके की दूसरे प्रवेश और निकासी प्वाइंट को सील रखा गया है। दार्जलिंग में दवा की दुकानों को छोड़कर होटल और दूसरी चीजों की दुकाने बंद रखी गयी है।

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