रचनात्मक आलोचना लोकतंत्र को बल देती हैः पीएम मोदी

पीएम मोदी ने देशवासियों को रमजान के पवित्र महीने की शुभकामना दी..

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Sun, 28 May 2017 09:50 PM (IST) Updated:Sun, 28 May 2017 09:50 PM (IST)
रचनात्मक आलोचना लोकतंत्र को बल देती हैः पीएम मोदी
रचनात्मक आलोचना लोकतंत्र को बल देती हैः पीएम मोदी

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्र में अपनी सरकार के तीन साल पूरे होने पर हो रही समीक्षा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुल कर स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि रचनात्मक आलोचना लोकतंत्र को मजबूत बनाती है। रविवार से ही शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने की उन्होंने देशवासियों को बधाई देते हुए देश की विविधतापूर्ण संस्कृति पर भी बल दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के तीन साल के काम-काज को ले कर चल रही समीक्षा का स्वागत करते हुए कहा, 'ढेर सारे सर्वे हुए हैं। ओपीनियन पोल आए हैं। इस सारी प्रक्रिया को मैं बहुत स्वस्थ्य चिह्न के रूप में देखता हूं। हर कसौटी पर सरकार के तीन साल को कसा गया है। लोकतंत्र में यह एक उत्तम प्रक्रिया है और मेरा स्पष्ट मानना है कि लोकतंत्र में सरकारों को जवाबदेह होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने खास जोर दे कर कहा, 'रचनात्मक आलोचना लोकतंत्र को बल देता है। एक जागरुक और चैतन्यपूर्ण राष्ट्र के लिए यह मंथन बहुत आवश्यक है।'

रविवार के अपने संबोधन की शुरुआत ही उन्होंने रमजान के पवित्र महीने की बधाई देने से की। उन्होंने कहा, 'रमजान के पवित्र महीने के आगमन पर मैं भारत और विश्व भर के लोगों को और विशेष कर मुस्लिम समुदाय को इस पवित्र महीने की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।' उन्होंने विविधता में एकता को भारत की सबसे बड़ी विशेषता बताते हुए कहा, 'यहां हर प्रकार की विचारधारा, पूजा पद्धति और परंपरा के लोगों ने एक साथ जीने की कला आत्मसात की है।' उन्होंने याद दिलाया कि रविवार को ही वीर सावरकर की जन्म जयंती है।

चार हजार शहरों में होंगे दो कूड़ेदान 

मोदी ने कहा है कि पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर भारत में चार हजार शहरों में ठोस और तरल कचरे को अलग-अलग जमा करने का अभियान शुरू होने वाले है। इसके तहत दो तरह के कूड़ेदान उपलब्ध होंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे सूखा कचरा नीले कूड़ेदान में और गीला हरे कूड़ेदान में डालें।

तीन पीढ़ी के साथ की तस्वीर भेजें

मोदी ने लोगों से इस योग दिवस पर तीन पीढि़यों के एक साथ योग करने की तस्वीर भेजने की अपील की है। उन्होंने कहा, 'बहुत कम समय में ही 21 जून का यह विश्व योग दिवस हर कोने में फैल चुका है और लोगों को जोड़ रहा है।' 

हर परिवार का हिस्सा बना 

प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो कार्यक्रम की आलोचना करने वालों को करार जवाब देते हुए कहा, 'मन की बात को कोई एकतरफा संवाद के रूप में देखता है तो कुछ लोग राजनीतिक दृष्टि से उस पर टीका-टिप्पणी करते हैं। लेकिन मन की बात कार्यक्रम ने मुझे हिंदुस्तान के हर परिवार का एक हिस्सा बना दिया।'

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