तीन तलाक पर केंद्र को मिला आम मुस्लिम महिलाओं का साथ

पहली बार सैकड़ों मुस्लिम महिलाएं पर्दे से बाहर निकलीं और तीन तलाक के खिलाफ आवाज बुलंद की।

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Sun, 19 Mar 2017 06:44 AM (IST) Updated:Sun, 19 Mar 2017 10:23 AM (IST)
तीन तलाक पर केंद्र को मिला आम मुस्लिम महिलाओं का साथ
तीन तलाक पर केंद्र को मिला आम मुस्लिम महिलाओं का साथ

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। तीन तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाएं केंद्र सरकार के साथ आ गई हैं। शनिवार को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में मुस्लिम वेलफेयर मंच द्वारा आयोजित मुस्लिम महिला सम्मेलन में पहली बार सैकड़ों मुस्लिम महिलाएं पर्दे से बाहर निकलीं और तीन तलाक के खिलाफ आवाज बुलंद की।

मुस्लिम महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया और बराबरी के हक के साथ शिक्षा और आर्थिक आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। सम्मेलन में भारत माता की जय के नारे गूंजे और वंदे मातरम गाया गया।

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष शहनाज हुसैन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह से मुस्लिम बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज की महिलाएं तीन तलाक को लेकर डरी-सहमी रहती हैं पता नहीं कब शौहर तलाक-तलाक कह उन्हें अपनी जिन्दगी से निकाल फेंके। अब केंद्र में एक ऐसी सरकार है जिसने मुस्लिम महिलाओं की दयनीय स्थिति पर ध्यान दिया है। इससे उनका हौसला बढ़ा है।

सम्मेलन में सुप्रीम कोर्ट की एडिशनल सॉलिसीटर जरनल पिंकी आनन्द से महिलाओं ने विशेष तौर पर कानून पर जानकारी ली।

मुस्लिम वेलफेयर मंच के संयोजक यासिर जिलानी ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के हक में नहीं है और इस मुद्दे पर वह प्रधानमंत्री के साथ हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की प्राध्यापिका दरक्षा ने कहा कि मुस्लिम समाज की सबसे बड़ी कमी शिक्षा के प्रति जागरूक न होना है। इस्लामिक स्कॉलर और समाजसेवी साइमा निजामी ने कहा कि अब हमें अपना मुकाम खुद बनाना है। दिल्ली की युवा सामाजिक कार्यकर्ता सना खान ने कहा कि मुस्लिम समाज में बचपन से ही लड़कियों को त्याग करना सिखाया जाता है। भाई की पढ़ाई के लिए बहन से पढ़ाई छुड़ा दी जाती है और छोटी उम्र में ही शादी कर देते हैं।

यह भी पढ़ेंः निजामुद्दीन के 'अगवा' पीरजादे मिले, सोमवार को आएंगे भारत

यह भी पढ़ेंः प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, नोटबंदी से मजबूत हुई है न्यू इंडिया की नींव

chat bot
आपका साथी