चीनी कंपनी ने 72 भारतीय श्रमिकों को कोरोना संक्रमित बताकर निकाला, मजदूरों ने दी आंदोलन की चेतावनी

अंडरग्राउंड माइनिंग का कार्य कर रही चीन की कंपनी ने लॉकडाउन में भी काम बंद नहीं रखा और उल्टा 72 भारतीय मजदूरों को कोरोना संक्रमित बताकर निकाल दिया।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2020 07:26 PM (IST) Updated:Fri, 19 Jun 2020 07:26 PM (IST)
चीनी कंपनी ने 72 भारतीय श्रमिकों को कोरोना संक्रमित बताकर निकाला, मजदूरों ने दी आंदोलन की चेतावनी
चीनी कंपनी ने 72 भारतीय श्रमिकों को कोरोना संक्रमित बताकर निकाला, मजदूरों ने दी आंदोलन की चेतावनी

बालाघाट, स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में स्थित भरवेली मॉयल (मैगनीज ओर इंडिया लि.) में अंडरग्राउंड माइनिंग का कार्य कर रही चीन की कंपनी सीसी 3, 4 ने लॉकडाउन में भी काम बंद नहीं रखा और उल्टा 72 भारतीय मजदूरों को कोरोना संक्रमित बताकर निकाल दिया। चीनी कंपनी के अधिकारी कहते हैं कि भारत में कोरोना संक्रमण है और सभी इंडियन संक्रमित हैं। इस कारण वे उनसे काम नहीं करा सकते। ये आरोप चीनी कंपनी में कोरोना संक्रमण के पहले तक मजदूरी का कार्य कर रहे मजदूरों ने लगाए हैं।

मजदूरों ने कहा- देश में लागू किए लॉकडाउन में भी चीनी कंपनी ने काम बंद नहीं किया था

मजदूरों ने बताया कि 25 मार्च से देश में लागू किए लॉकडाउन में भी चीनी कंपनी ने काम बंद नहीं किया। इस दौरान सिर्फ भारतीय मजदूरों को ही काम से निकाला गया। इससे मजदूरों की आर्थिक हालत गंभीर हो गई है। ज्ञात हो कि मॉयल भारत सरकार की लघु रत्न कंपनी है। यह मैगनीज खनन करती है। कंपनी के मैगनीज खनन कार्य में चीनी कंपनी भी कार्यरत है।

10 हजार रुपये एडवांस से भी मुकरी चीनी कंपनी

मजदूरों ने बताया की काम बंद कराने के बाद कंपनी की शिकायत मॉयल प्रबंधन और कलेक्टर से भी की गई थी। इसके बाद कंपनी द्वारा उन्हें एडवांस के रूप में 10 हजार रुपये देना तय हुआ था, लेकिन जब एडवांस देने की बारी आई तो सिर्फ पांच हजार रुपये ही दिए जा रहे थे जिसे मजदूरों ने लेने से मना कर दिया।

मजदूरों ने कहा- चीनी कंपनी ने 72 मजदूरों को काम से निकाल दिया

मजदूरों ने बताया चीनी कंपनी ने 72 मजदूरों को काम से निकाल दिया है, लेकिन उन्हें अब तक ये जानकारी नहीं दी गई है कि आखिर उन्हें काम से क्यों निकाला गया है। निकाले गए मजदूरों को एक अन्य कंपनी में काम का प्रस्ताव दिया गया, जिस पर भरोसा नहीं होने से उन्होंने खारिज कर दिया।

अन्याय नहीं होने देंगे, करेंगे आंदोलन

चीनी कंपनी द्वारा मजदूरों को काम से निकाले जाने के बाद से ही मामला गरमाता जा रहा है। मजदूरों के हक के लिए लड़ाई लड़ने के लिए 'जनता की आवाज' संगठन आगे आया है। संगठन शुक्रवार को बैठक कर आगामी रणनीति तैयार करेगा। इसके अध्यक्ष इमरान खान ने बताया की विदेशी कंपनी हमारे ही देश में काम कर हमारे ही मजदूरों पर अत्याचार कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।

काम पर वापस नहीं लिया तो होगा आंदोलन: जनता की आवाज

उन्होंने बताया कि जल्द ही मजदूरों को एडवांस राशि देकर उन्हें उसी कंपनी में काम से वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी मॉयल प्रबंधन, शासन-प्रशासन की होगी।

चीन की कंपनी ने कांट्रैक्ट पर मजदूरों को काम पर रखा

चीन की कंपनी ने कांट्रैक्ट के आधार पर मजदूरों को काम पर रखा है। लॉकडाउन के बाद से ही कंपनी में काम बंद था। एक सप्ताह हुआ है, जब कंपनी ने दोबारा से काम शुरू किया है। वहीं मजदूरों द्वारा आवेदन करने पर उन्हें एडवांस के रूप में पांच-पांच हजार की राशि दी गई है। साथ ही एक अन्य कंपनी में मजदूरों को काम दिलाया गया है-उम्मेद सिंह भाटी, मॉयल प्रबंधक, भरवेली, बालाघाट मप्र।

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