बीड़ी-सिगरेट के पैकेट पर दिखने लगी बढ़ी चेतावनी
देशभर के आठ राज्यों में किए गए अध्ययन में पाया गया है कि तंबाकू कंपनियां बहुत तेजी से नई चेतावनी अपना रही हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बीड़ी, सिगरेट सहित सभी तंबाकू उत्पादों के पैकेट पर अब 85 फीसद हिस्से में डरावनी चेतावनी छपने लगी है। इन जानलेवा उत्पादों के बारे में लोगों को सजग करने के लिए केंद्र सरकार ने इस साल एक अप्रैल से यह नियम लागू किया था। उस समय तंबाकू कंपनियों ने इसे लागू करना असंभव बताते हुए कई दिनों तक उत्पादन ठप रखा था।
देशभर के आठ राज्यों में किए गए अध्ययन में पाया गया है कि तंबाकू कंपनियां बहुत तेजी से नई चेतावनी अपना रही हैं। वोलंट्री हेल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया (वीएचएआइ) ने जून और जुलाई में यह अध्ययन किया था। इस दौरान सिगरेट के 67 फीसद पैक पर नए नियम का पालन किया जा रहा था। इसी तरह देशभर में 16 फीसद बीड़ी कंपनियों ने भी उस दौरान नियम का पालन करना शुरू कर दिया था। चबाने वाले तंबाकू उत्पादों के 46 फीसद पैकेट पर यह अमल हो रहा था।
वीएचएआइ की निदेशक सीमा गुप्ता कहती हैं, 'यह अध्ययन जून और जुलाई में हुआ है। लेकिन पिछले महीने में इसका पालन और तेजी से बढ़ा है। अब यह बीड़ी में औसतन 40 फीसद और सिगरेट में 90 फीसद तक पहुंच गया है।' अध्ययन वाले राज्यों में असम, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, केरल, कर्नाटक, राजस्थान और पश्चिम बंगाल शामिल थे।
वीएचएआइ की मुख्य कार्यकारी भावना बी. मुखोपाध्याय कहती हैं कि यह पूरी तरह साफ हो गया है कि इसके अव्यावहारिक होने का जो तर्क कंपनियों की ओर से दिया जा रहा था, वह पूरी तरह गलत था। उपयोग शुरू कर रहे लोगों पर और अनपढ़ लोगों पर यह खास तौर पर प्रभावी होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इस नतीजे पर संतोष जताया है।