मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन में टीकाकरण के बाद नवजात की मौत, अन्‍य कई अस्‍पताल में भर्ती

मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन जिले में टीका लगने के बाद एक नवजात की मौत हो गई है जबकि अन्‍य गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। बीमार बच्‍चों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 02 Sep 2019 09:18 AM (IST) Updated:Mon, 02 Sep 2019 09:39 AM (IST)
मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन में टीकाकरण के बाद नवजात की मौत, अन्‍य कई अस्‍पताल में भर्ती
मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन में टीकाकरण के बाद नवजात की मौत, अन्‍य कई अस्‍पताल में भर्ती

भोपाल, एएनआइ। मध्‍य प्रदेश में टीका लगने के बाद एक नवजात की मौत हो गई है जबकि अन्‍य गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। बीमार बच्‍चों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। उज्‍जैन जिले के लिबोदा गांव में हुई इस घटना के बाद चिकित्‍सा विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए। टीकाकरण अधिकारी केसी वर्मा (KC Verma) ने बताया कि जिस टीके को लेकर यह शिकायत सामने आई है उसे जांच के लिए अगल रखवा दिया गया है। यदि इस घटना के पीछे किसी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

केसी वर्मा ने बताया कि पांच अन्‍य बच्‍चों को भी वही वैक्सीन दी गई जो नवजात को दी गई थी। जानकारी सामने आ रही है कि उनमें से भी कई बच्‍चे बीमार पड़ गए जिन्‍हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। बता दें कि टीका लगने के बाद बच्‍चों की मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले वर्ष झारखंड में एक ऐसी ही घटना सामने आई थी। पलामू के पाटन प्रखंड के लोइंगा गांव में टीका लगने के बाद चार बच्‍चों की मौत हो गई थी। अप्रैल महीने में हुई इस घटना में कुल आठ बच्‍चों को दूषित टीका लगाया गया था। 

उल्‍लेखनीय है कि टीकाकरण रोग से सुरक्षा के लिए किया जाता है। फिर भी इसके कुछ दुष्परिणाम हो सकते हैं, जैसा कि किसी दवा के साथ होता है। टीकाकरण से होने वाले कुछ दुष्परिणामों में शरीर में सूजन, या इंजैक्शन के स्थान पर लालिमा जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। कुछ टीके बुखार, चकत्ते और दर्द से जुड़े होते हैं। इसके अंतर्गत दौरा या जानलेवा एलर्जिक रिऐक्शन हो सकते हैं। हर साल दुनिया भर में एक साल या इससे अधिक उम्र के करोड़ों शिशुओं को टीके लगाए जाते हैं।  

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