जनगणना में पता चला 52 करोड़ हिंदी भाषी भारतीयों का ये सच, पंजाबी सबसे आगे

जनगणना में हिंदी भाषियों की स्थिति चिंताजनक है। खास तौर पर द्विभाषी और त्रिभाषी के तौर पर। इस मामले में पंजाबियों की स्थिति सबसे मजबूत हैं। जानें हिंदी से जुड़े कुछ और रोचक तथ्य।

By Amit SinghEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 01:12 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 01:12 PM (IST)
जनगणना में पता चला 52 करोड़ हिंदी भाषी भारतीयों का ये सच, पंजाबी सबसे आगे
जनगणना में पता चला 52 करोड़ हिंदी भाषी भारतीयों का ये सच, पंजाबी सबसे आगे

नई दिल्ली [जागरण विशेष]। देश की राष्ट्रीय भाषा हिंदी है, लेकिन हिंदी भाषियों का दूसरी भाषाओं में बुरा हाल है। हाल ही में जारी जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक भारत में जिनकी मातृभाषा हिंदी या बंगाली है, वे कम बहुभाषी हैं। 52 करोड़ हिंदी भाषी में मात्र 12 फीसद यानी 3.2 करोड़ लोग ही द्विभाषी हैं। इनकी दूसरी भाषा अंग्रेजी है। वहीं बंगाली बोलने वाले 9.7 करोड़ लोगों में 18 फीसद द्विभाषी हैं।

द्विभाषी या त्रिभाषी में सबसे ज्यादा संख्या पंजाबियों की हैं। जनगणना में पता चला है कि छोटे भाषा समूह, शहरी केंद्रित प्रवास के कारण आंशिक रूप से अधिक बहुभाषी होते हैं। मिसाल के तौर पर 52 करोड़ हिंदी बोलने वालों में 60.5 लाख लोग मराठी भाषा भी जानते हैं, जबकि 82 फीसद कोंकणी भाषी और 79 फीसद सिंधी भाषी अन्य भाषा भी जानते हैं।

इतना ही नहीं, राष्ट्रीय भाषा होने की बावजूद देश में ही हिंदी की हालत खराब है। जनगणना के अनुसार केवल 44 फीसद भारतीयों ने ही अपनी मातृभाषा हिंदी बताई है। जानकारों के अनुसार हिंदी की दयनीय स्थिति के लिए अंग्रेजी मुख्य तौर पर जिम्मेदार है। तेजी से बढ़ रहे अंग्रेजी के दायरे की वजह से हिंदी सिमटती जा रही है। अब स्कूलों में भी हिंदी की जगह अंग्रेजी पर ज्यादा जोर दिया जाता है। यही वजह है कि मेट्रो शहरों के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी सही से हिंदी बोलना या लिखना नहीं आता है।

भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हिंदी ट्वीट

हिंदी भाषा में ट्वीट करना भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। भारत एवं अमेरिका के शोधकर्ताओं की ओर से किए गए एक अध्ययन के मुताबिक यह जानकारी सामने आई है। मिशिगन विश्वविद्यालय के जॉयजीत पाल और लिज बोजार्थ की ओर से कुछ समय पहले किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई थी। अध्ययन में पता चला कि भारत में सोशल मीडिया लैंडस्केप 2014 से विकसित होना शुरु हुआ जब ट्विटर पर अधिकांश ट्वीट्स अंग्रेजी भाषी शहरी आबादी से किए जाते थे।

इस अध्ययन में पाया गया है कि हिंदी भाषा में किए जाने वाले ट्वीट भारत में तेजी से शेयर किए जाते हैं और भारत में ज्यादा लोकप्रिय हैं। इस पूरे रुझान में आए बदलाव का प्रमुख कारक यह है कि औसत रुप से भारतीय राजनेताओं की ओर से बीते साल किए हर 15 ट्वीट में से 11 हिंदी भाषा के रहे हैं।

हिंदी के कुछ अन्य रोचक तथ्य 160 देशों में बोली जाती है हिंदी 44 फीसद भारतीयों की मातृभाषा हिंदी है। हिंदी मॉरीशस, ट्रिनीडाड-टोबैगो, गुयाना और सूरीनाम की प्रमुख भाषा है। हिंदी फिजी की सरकारी भाषा है।

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