अगले पांच वर्षों में चार राज्यों में पैर पसारेगी 'आप'

दिल्ली विधान सभा चुनाव उम्मीद से अधिक जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) अब चार अन्य राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की योजना बना रही है। पार्टी का इरादा है कि अन्य राज्यों में भी वह एक बड़ी राजनीतिक ताकत बन कर उभरे। इसके लिए वह अन्य

By Sachin kEdited By: Publish:Mon, 16 Feb 2015 12:15 AM (IST) Updated:Mon, 16 Feb 2015 12:22 AM (IST)
अगले पांच वर्षों में चार राज्यों में पैर पसारेगी 'आप'

नई दिल्ली। दिल्ली विधान सभा चुनाव उम्मीद से अधिक जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) अब चार अन्य राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की योजना बना रही है। पार्टी का इरादा है कि अन्य राज्यों में भी वह एक बड़ी राजनीतिक ताकत बन कर उभरे। इसके लिए वह अन्य दलों से भी अपनी सुविधा के लिए कोई गठजोड़ कर सकती है।

यह बातें पार्टी के कद्दावर नेता योगेंद्र यादव ने कही। उन्होंने कहा पार्टी एक सिद्धांतवादी राजनीतिक दल के रूप में उभरना चाहती है। पार्टी इसके लिए दूरगामी कार्ययोजना तैयार कर रही है। यादव ने कहा कि हम कोई क्षेत्रीय राजनीतिक दल नहीं हैं बल्कि हमारा इरादा वैकल्पिक राजनीति उपलब्ध कराना है।

अगले तीन से पांच वर्षों के दौरान हम पंजाब व दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में हम उपलब्ध होंगे। तीसरी ताकत के रूप में ही पार्टी भी अपना स्थान बनाएगी। समान विचार वाले दलों, तृणमूल कांग्रेस या जनता दल (यू) ने पार्टी को समर्थन देने का प्रस्ताव दिया है। इन दलों ने दिल्ली में कोई समर्थन नहीं मांगा और न ही हमने उन्हें दिया।

राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने कहा कि हमारा इरादा हर राज्य में 20 प्रतिशत वोट हासिल करना है। हालांकि उन्होंने उन राज्यों का नाम बताने से इनकार किया, जिनमें पार्टी अपने पैर पसारना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह स्थान उपलब्ध होने पर निर्भर करता है।

गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी पंजाब में चार सीटें हासिल कर चुकी है।

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