दिल्ली फतह के बाद हरियाणा पर 'आप' की नजर
दिल्ली जीतने के बाद आम आदमी पार्टी का फोकस एरिया हरियाणा होगा। योगेंद्र यादव और नवीन जयहिंद के बीच कलह नहीं बढ़ी तो पार्टी हर जिले में कार्यकर्ता सम्मेलन शुरू करने की रणनीति बना रही है। चंडीगढ़ में योगेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसकी रूपरेखा तैयार कर
चंडीगढ़ । दिल्ली जीतने के बाद आम आदमी पार्टी का फोकस एरिया हरियाणा होगा। योगेंद्र यादव और नवीन जयहिंद के बीच कलह नहीं बढ़ी तो पार्टी हर जिले में कार्यकर्ता सम्मेलन शुरू करने की रणनीति बना रही है। चंडीगढ़ में योगेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है, लेकिन साथ ही नवीन जयहिंद ने रोहतक में बैठक कर ऐसी ही जिला बैठकें करने का एलान कर नई परेशानी खड़ी कर दी है।
चंडीगढ़ में हुई आम आदमी पार्टी की बैठक में किसानों के मुद्दों पर अधिक चर्चा की गई। हरियाणा में खाद के संकट, बिजली की कमी और फसलों के उचित दाम नहीं मिलने को मुद्दा बनाकर प्रदेश की जनता खासकर किसानों के बीच जाने का फैसला लिया गया। केंद्र की भाजपा सरकार ने हाल ही में भूमि अधिगृहण कानून में बदलाव किए हैं। इन बदलाव के बाद अब भूमि अधिगृहण के लिए किसानों की सहमति जरूरी नहीं रह जाएगी। आम आदमी पार्टी इसे भी मुद्दा बनाने की फिराक में है।
बैठक में प्रदेश में नए सिरे से संगठन खड़ा करने की तैयारियों पर बातचीत की गई। नवीन जयहिंद भी ऐसी ही बात कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में हार के बाद जब नवीन जयहिंद और योगेंद्र यादव का विवाद अरविंद केजरीवाल पास पहुंचा था, तब योगेंद्र यादव खासे नाराज हो गए थे। माना जा रहा है कि यदि इस बार फिर विवाद ज्यादा बढ़ा तो केजरीवाल को दोनों के मतभेद दूर करने में हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। दोनों के बीच विवाद बढ़ने की स्थिति में फायदा मनोहर सरकार को ही है।
सूत्रों के अनुसार योगेंद्र यादव की मौजूदगी में हुई बैठक में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनों की शुरुआत मेवात से करने का फैसला लिया गया है। मेवात से यादव ने लोक सभा चुनाव लड़ा था। पहला सम्मेलन 21 फरवरी से शुरू होना संभव है। बैठक में हर जिले के सम्मेलनों की तारीख पर चर्चा की जा चुकी है। मंगलवार को इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। प्रदेश में अवैध कालोनियां और कालोनाइजरों को सरकारी संरक्षण भी आम आदमी पार्टी का मुद्दा होगा।
आम आदमी पार्टी के प्रांतीय संयोजक डा. आशावंत और प्रवक्ता राजीव गोदारा के अनुसार हम हरियाणा में मनोहर सरकार के सामने मजबूत विपक्ष की भूमिका में आने को तैयार हैं।
पढ़ें :