दो ब्रेन डेड लोगों के अंगदान से तीन व्यक्तियों को जीवनदान

22 वर्षीय महिला के सिर में चोट के कारण उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। इसके बाद महिला के पति ने अंगदान का निर्णय लिया।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Fri, 18 Aug 2017 06:54 PM (IST) Updated:Fri, 18 Aug 2017 06:54 PM (IST)
दो ब्रेन डेड लोगों के अंगदान से तीन व्यक्तियों को जीवनदान
दो ब्रेन डेड लोगों के अंगदान से तीन व्यक्तियों को जीवनदान

मुंबई, प्रेट्र। ब्रेन डेड घोषित किए गए दो लोगों के अंगदान से तीन रोगियों को नया जीवनदान मिला है। इनमें अंगदान करने वाली महिला के फेफड़े को पुणे से चेन्नई ले जाया गया। वहीं दिल को मुंबई के एक अस्पताल भेजा गया। चेन्नई के अस्पताल ने दावा किया कि यह पहली बार है कि दान किए हुए फेफड़े को इतनी दूर ले जाकर प्रत्यारोपित किया गया हो।

22 वर्षीय महिला के सिर में चोट के कारण उसे पुणे के रूबी हॉल क्लीनिक ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। इसके बाद महिला के पति ने अंगदान का निर्णय लिया। दान किए हुए फेफड़े को चेन्नई के ग्लोबल अस्पताल में एक मरीज के अंदर डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया। मरीज फेफड़े की बीमारी के अंतिम चरण से ग्रसित था। इसके बाद पुणे में रात डेढ़ बजे महिला का ऑपरेशन कर उसके फेफड़े निकाले गए और उसे फ्लाइट से सुबह 4:30 बजे चेन्नई लाया गया। फिर सफल ऑपरेशन के बाद इसे मरीज के शरीर में प्रत्यारोपित कर दिया गया।

वहीं महिला के हार्ट को सड़क मार्ग से लाकर मुंबई के फोर्टिस अस्पताल में 24 वर्षीय कॉलेज छात्रा में प्रत्यारोपित किया गया। इसके अतिरिक्त मुंबई के एमजीएम अस्पताल में 45 वर्षीय महिला की मृत्यु के बाद उसके परिवारवालों ने भी अंगदान की सहमति दे दी। महिला के दिल को केवल 16 मिनट में 18 किमी की दूरी तय कर फोर्टिस अस्पताल लाया गया और 58 वर्षीय व्यक्ति के शरीर में प्रत्यारोपित किया गया।

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