Stock Market Closing: औंधे मुंह गिरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 676 और निफ्टी 207 अंक टूटकर बंद, इस वजह से आई गिरावट

हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार 2 अगस्त को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। दोनों सूचकांकों में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। सेंसेक्स आज 676.53 अंक यानी 1.02 फीसदी गिरकर 65782.78 पर आ गया। निफ्टी आज 219.10 अंक यानी 1.11 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा बैंक निफ्टी 596.80 अंक टूटकर 44995.70 पर बंद हुआ। पढ़िए पूरी खबर।

By Gaurav KumarEdited By: Publish:Wed, 02 Aug 2023 04:02 PM (IST) Updated:Wed, 02 Aug 2023 04:02 PM (IST)
Stock Market Closing: औंधे मुंह गिरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 676 और निफ्टी 207 अंक टूटकर बंद, इस वजह से आई गिरावट
Stock Market crashed today Sensex 676 and Nifty closed by breaking 219 points

HighLights

  • सेंसेक्स 676.53 अंक टूटकर 65,782.78 पर बंद हुआ।
  • निफ्टी 207 अंक टूटकर 19,526 पर बंद हुआ।
  • दोपहर 1:46 बजे बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स 954 अंक (1.44 प्रतिशत) नीचे 65,505 पर था।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार 2 अगस्त को शेयर बाजार औंधे मुंह गिरा। दोनों सूचकांक 1 फीसदी से ज्यादा टूटे। आज सेंसेक्स 676.53 अंक यानी 1.02 प्रतिशत टूटकर 65,782.78 पर बंद हुआ। निफ्टी आज 207 अंक यानी 1.05 प्रतिशत टूटकर 19,526 पर बंद हुआ।

आज दोपहर 1:46 बजे बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स 954 अंक (1.44 प्रतिशत) नीचे 65,505 पर था। बेंचमार्क एनएसई निफ्टी भी 291 अंक यानी 1.48 प्रतिशत गिर गया था।

बैंक निफ्टी 596.80 अंक टूटकर 44,995.70 पर बंद हुआ। BSE मिड कैप 423.15 अंक यानी 1.39 प्रतिशत टूटकर 29,926.19 पर बंद हुआ तो वहीं BSE स्मॉल कैप 416.63 अंक यानी 1.18 प्रतिशत टूटकर 34,761.22 पर बंद हुआ।

इस वजह से हुई गिरावट

विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा बिक्री

पिछले चार से पांच महीनों में विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार भारतीय बाजार में निवेश कर रहे हैं। लेकिन कल 1 अगस्त को उन्होंने 774 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। विशेषज्ञों की माने तो अगर विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय बाजार में बिकवाली जारी रखेंगे तो इससे बाजार धारणा पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

जानकारों का कहना है कि इस बार बाजार की इस तेजी में छोटे-बड़े सभी तरह के शेयरों ने हिस्सा लिया था जिसके वजह से शेयर की कीमत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। ऐसे में विदेशी निवेशकों के लिए यह बाजार महंगा हो सकता है।

क्रूड ऑयल की कीमतों में उछाल

गिरावट के अन्य कारणों में क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी आना भी है। कच्चे तेल की कीमत हाल ही में 85 डॉलर प्रति बैरल से अधिक थी। इस हफ्ते के अंत में तेल उत्पादक देशों OPEC+ की बैठक होने वाली है। यदि ओपेक+ देश उत्पादन बढ़ाने का निर्णय नहीं लेते हैं, तो कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि जारी रह सकती है। दरअसल, चीन में लंबे समय में पहली बार कच्चे तेल की मांग बढ़ रही है जिसका असर तेल की कीमत पर पड़ता है।

अमेरिका के सॉवरेन रेटिंग गिरी

रेटिंग एजेंसी फिच ने कल यानी मंगलवार को अमेरिकी सॉवरेन की रेटिंग AAA से घटाकर AA+ कर दी है। इसका अमेरिकी बाजार पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। अमेरिकी बाजार का सबसे महत्वपूर्ण सूचकांक डाओ जोंस बिना किसी खास बदलाव के बंद हुआ। एसएंडपी 500 और नैस्टेडक में भी 0.4 फीसदी की गिरावट आई।

फिच, अमेरिकी सरकार पर बढ़ते कर्ज के बोझ को लेकर चिंतित है। यदि सरकार ने अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने पर ध्यान नहीं दिया तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था गहरे संकट में पड़ सकती है।

सेंसेक्स के टॉप गेनर और लूजर

टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और भारती एयरटेल आज टॉप लूजर रहे। वहीं नेस्ले, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टेक महिंद्रा टॉप गेनर रहे।

 

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