सिर पर किया हथौड़े से वार फिर शव को बाइक समेत दफनाया, जानें क्या है पूरा मामला

महाराष्ट्र के नागपुर में हल्दीराम कंपनी में इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाले पंकज दिलीप गिरमकर की हत्या के बाद आरोपी ने उसे उसकी बाइक समेत ही दफना दिया।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Mon, 03 Feb 2020 12:29 PM (IST) Updated:Mon, 03 Feb 2020 12:29 PM (IST)
सिर पर किया हथौड़े से वार फिर शव को बाइक समेत दफनाया, जानें क्या है पूरा मामला
सिर पर किया हथौड़े से वार फिर शव को बाइक समेत दफनाया, जानें क्या है पूरा मामला

नागपुर, प्रेट्र। महाराष्ट्र के नागपुर में पिछले वर्ष दिसंबर में एक 32 वर्षीय व्यक्ति की हत्या के बाद अपराध को छिपाने के शव दफनाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों ने हल्दीराम कंपनी में इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाले पंकज दिलीप गिरमकर को मारने के बाद कापसी इलाके में उसके शव और मोटरसाइकिल को सड़क किनारे बने एक ढाबे के पीछे जमीन में गाड़ दिया। 

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) नीलेश भरने ने बताया कि 24 वर्षीय मुख्य आरोपी अमरसिंह उर्फ लल्लू ठाकुर जो इस ढाबे का मालिक था उसके गिरमकर की पत्नी के साथ प्रेम संबंध था। अजय देवगन की 2015 में आयी फिल्म दृश्यम को देख इन्‍होंने इस घटना को अंजाम दिया। अपनी पत्नी को ठाकुर से दूर करने के लिए गिरमकर अपने परिवार को लेकर वर्धा चला गया था। उसके बाद वह मोटरसाइकिल पर ठाकुर के ढाबे पर आया और उसे अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए कहा। इसके बाद दोनों के बीच झगड़ा हुआ, जिसमें ठाकुर ने कथित तौर पर हथौड़े से गिरमकर के सिर पर हमला किया। मिली जानकारी के अनुसार गिरमकर की मौके पर ही मौत हो गई। ठाकुर ने अपने एक कुक और अन्य सहयोगी की मदद से शव को स्टील के ड्रम में छिपा दिया और अपराध के सबूत नष्ट करने की साजिश रची। 

उसने एक व्यक्ति को बुलाया और उसे ढाबे के पीछे 10 फीट गहरा गड्ढा खोदने को कहा। इसके बाद आरोपी ने लगभग 50 किलो नमक से गड्ढे को भर दिया और शव को उसके ऊपर रख दिया और उसे मिट्टी से ढक दिया। उसके बाद मोटरसाइकिल भी शव के दफन कर दी।

इसके बाद आरोपी ने पीडि़त का मोबाइल फोन एक ट्रक में फेंक दिया, जो राजस्थान जा रहा था। 

इस बीच, जब गिरमकर घर नहीं लौटे, तो उनके परिवार के सदस्यों ने पुलिस के पास लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। बाद में, मामले की जांच करते समय, क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को एक गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर उन्होंने सुराग पाने के लिए सादे कपड़ों में कई बार उस ढाबे का दौरा किया।

आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाने के बाद, पुलिस ने शुक्रवार रात ठाकुर, उनके रसोइया मनोज उर्फ मुन्ना रामप्रवेश तिवारी (37) और एक अन्य सहयोगी शुभम उर्फ तुषार राकेश डोंगरे (28) को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस अधिकारी की पूछताछ के दौरान, आरोपी ने अपराध कबूल कर लिया। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने ढाबे पर गड्ढा खोदा और रविवार को पीडि़त के अवशेष और उसकी मोटरसाइकिल बरामद की। उन्होंने कहा कि इस मामले में एक और आरोपी की तलाश की जा रही है जो ढाबे में वेटर का काम करता था।आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 201 (अपराध के सबूतों को गायब करना) और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

Accident in Mumbai: जलगांव में दर्दनाक हादसा, एसयूवी से टकराया डंपर; दस की मौके पर मौत

chat bot
आपका साथी