VHP के केंद्रीय महामंत्री बोले, समाज के एक वर्ग की जिहादी मानसिकता को ठीक करें मुस्लिम समाज के नेता

Vishwa Hindu Parishad Surendra Jain सुरेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में एक लड़के राहुल की कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों के द्वारा की गई बर्बर हत्या क्या एक युवती से सिर्फ दोस्ती होना ही उसका अपराध बन गया था।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 12 Oct 2020 02:29 PM (IST) Updated:Mon, 12 Oct 2020 08:14 PM (IST)
VHP के केंद्रीय महामंत्री बोले, समाज के एक वर्ग की जिहादी मानसिकता को ठीक करें मुस्लिम समाज के नेता
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डाॅ. सुरेंद्र जैन।

रांची, [संजय कुमार]। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डाॅ. सुरेंद्र जैन ने कहा है कि भारत में बहुसंख्यक हिंदू समाज की सहनशीलता व सहिष्णुता के कारण ही आज भारत के मुसलमान सबसे अधिक सुखी हैं। इसके बाद भी मुस्लिम समाज का एक बड़ा वर्ग हिंदू समाज से घृणा करता है। विहिप मुस्लिम समाज के नेताओं से आग्रह करती है कि वे अपने समाज के एक वर्ग की इस जिहादी मानसिकता को ठीक करें।

अपने युवकों को जिहाद की जगह सह-अस्तित्व के मार्ग पर लाएं। हिंदू समाज की सहिष्णुता को अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए। सुरेंद्र जैन ने बयान जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में पिछड़े वर्ग के एक गरीब ड्राइवर के लड़के राहुल की कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों के द्वारा की गई बर्बर हत्या क्या इस 19 वर्षीय गरीब युवक की एक युवती से दोस्ती होना ही उसका अपराध बन गया था। क्‍या इसकी सजा जिहादी तत्वों ने उसकी माब लिंचिंग करके दी।

संपूर्ण देश के लिए यह बहुत चिंता का विषय है कि जब भी किसी हिंदू लड़के का किसी मुस्लिम लड़की से प्यार हो जाता है तो वह लड़का मृत्युदंड प्राप्त करने का अपराधी बन जाता है परंतु जब कोई मुस्लिम लड़का किसी हिंदू लड़की से जबरन या धोखा देकर भी संबंध स्थापित करता है तो वह इनके लिए किसी अपराध की श्रेणी में नहीं आता है।

हिंदू युवक को अपराधी मानकर उसकी मॉब लिंचिंग कर देना किसी सभ्य समाज का लक्षण नहीं हो सकता। डाॅ. जैन ने कहा कि पिछले चार-पांच सालों में ही जिहादियों द्वारा हिंदुओं की माॅब लिंचिंग की 73 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। देश की राजधानी दिल्ली में ही पिछले पांच सालों में हिंदुओं की नौ से अधिक माॅब लिंचिंग की घटनाएं हो चुकी हैं।

सेकुलर बिरादरी भी कम दोषी नहीं

डाॅ. जैन ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद का मानना है कि इस कट्टरता व हिंसक घृणा को बढ़ावा देने के लिए कथित सेकुलर बिरादरी भी कम दोषी नहीं है। मुस्लिम समाज के किसी व्यक्ति के साथ हुई कुछ घटनाओं के लिए वे न केवल केंद्र सरकार को अपितु हिंदू समाज व संपूर्ण देश को कटघरे में खड़ा कर देते हैं परंतु राहुल जैसे पचासों युवकों की माॅब लिंचिंग पर उनके मुंह से संवेदना का एक शब्द भी नहीं निकलता।

जब आइबी अधिकारी अंकित शर्मा की चाकू से गोद-गोद कर हत्या कर दी गई थी, तब भी इनके मुंह क्यों सिल गए थे? दुष्‍कर्म जैसा घृणित अपराध अक्षम्य हैं। परंतु इसमें भी हिंदू-मुस्लिम देखने का अपराध यह सेकुलर बिरादरी ही कर सकती है। हाथरस कांड में उनकी प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो गया है कि ये घटनाएं सेकुलर बिरादरी के लिए केवल अपने निहित स्वार्थ पूरे करने का साधन मात्र है

वे अपने इस आपराधिक कृत्य के लिए भारत विरोधी विदेशी शक्तियों की कठपुतली भी बन जाते हैं। भीम आर्मी जैसे दलित संगठनों की भूमिका से यह स्पष्ट हो चुका है कि वे भी अपने स्वार्थों के लिए दलित विरोधी व राष्ट्र विरोधी भूमिका का निर्वाह करने में भी कोई संकोच नहीं करते। राष्ट्रीय विचारधाराओं वाली चुनी गई सरकारों को अस्थिर करने के लिए वे हिंदू समाज व देश को बदनाम करने का राष्ट्र विरोधी कृत्य कर रहे हैं। इसके लिए समाज उन्हें कभी क्षमा नहीं करेगा।

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