निर्मल हृदय में अविवाहित माताओं से जन्मे बच्चों का सौदा

निर्मल हृदय की सिस्टर कांसिलिया और अनिमा इंदवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बच्‍चा बेचे जाने के मामले में सीआइडी ने चार्जशीट भी सौंप दी है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 05 Oct 2018 01:34 PM (IST) Updated:Fri, 05 Oct 2018 01:34 PM (IST)
निर्मल हृदय में अविवाहित माताओं से जन्मे बच्चों का सौदा
निर्मल हृदय में अविवाहित माताओं से जन्मे बच्चों का सौदा

रांची, जासं। मिशनरीज ऑफ चैरिटी से संचालित 'निर्मल हृदय' से बच्चों की बिक्री का खेल बीते तीन जुलाई 2018 को सामने आया था। जब मिशनरीज ऑफ चैरिटी में रहने वाली एक अविवाहित मां से जन्मे बच्चे को उत्तरप्रदेश के दंपती को बेचा गया था। 

इस प्रकरण के सामने आने के बाद खुलासा हुआ था प्रत्यक्ष तौर पर पांच  बच्चों की बिक्री हुई थी। सभी बच्चों को पुलिस ने बरामद भी कर लिया था। इस प्रकरण की जांच के दौरान खुलासा हुआ था कि निर्मल हृदय में जन्मे से जन्मे हर बच्चे की सौदेबाजी की कोशिश हुई थी। अस्पताल में डिलीवरी के बाद मां को निर्मल हृदय आश्रम में रखने के बाद उन्हें बच्चों को छोडऩे व कुछ पैसे लेने का ऑफर दिया जाता था।

निर्मल हृदय ने वहां जन्मे उन्हीं बच्चों की जानकारी सीडब्ल्यूसी को दी जिनके बारे में सीडब्ल्यूसी को पूर्व से जानकारी रही हो। इसके अलावा ऐसे बच्चों को सौंपा गया, जिनकी गर्भवती मां को सीडब्ल्यूसी ने निर्मल हृदय में रखने के लिए भेजा था। इस प्रकरण में निर्मल हृदय की सिस्टर कांसिलिया और अनिमा इंदवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले में सीआइडी ने कोर्ट को चार्जशीट सौंप दी है।

नाबालिगों की डिलीवरी बालिग बता करवाई : निर्मल हृदय की ओर से 130 गर्भवतियों की डिलीवरी 18 वर्ष से ऊपर आयु बताकर कराई गई थी। ये डिलीवरी सदर अस्पताल, रिम्स और      कुछ मिशनरीज अस्पताल में कराई गई थी। इसका रिकार्ड 2015 से 2018 तक का है। ऐसा करने पर गर्भवतियों द्वारा जने गए बच्चों की जानकारी सीडब्ल्यूसी को दिए जाने की अनिवार्यता समाप्त हो जाती है। इसका गलत फायदा उठाकर बच्चों की बिक्री की गई थी। 

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