चतरा में मनरेगा कर्मियों की हड़ताल शुरू, विकास योजनाओं पर पड़ सकता है असर

MGNREGA workers called three days strike in Chatra चतरा के डीसी ने तीन दिन पूर्व 14 मनरेगा कर्मियों को अनियमितता के आरोप में चयनमुक्त किया है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 06:50 AM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 10:39 AM (IST)
चतरा में मनरेगा कर्मियों की हड़ताल शुरू, विकास योजनाओं पर पड़ सकता है असर
चतरा में मनरेगा कर्मियों की हड़ताल शुरू, विकास योजनाओं पर पड़ सकता है असर

चतरा, जासं। चतरा जिले के मनरेगाकर्मी शुक्रवार से तीन दिनों के सांकेतिक हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल के कारण मनरेगा और प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावित हो सकता है। हड़ताल का करण उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह द्वारा 14 कर्मियों के विरुद्ध की गई चयनमुक्ती की कार्रवाई है। डीसी ने तीन दिन पूर्व इन कर्मियों को अनियमितता के आरोप में चयनमुक्त किया है।

कर्मचारी संघ का कहना है कि यदि तीन दिनों के भीतर चयनमुक्त किए गए कर्मियों को बहाल नहीं किया गया, तो हड़ताल अनिश्चितकालीन कर दिया जाएगा और इसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी। संघ के अध्यक्ष मनजीत सिंह का कहना है कि डीसी की कार्रवाई कहीं से उचित नहीं है।सांकेतिक हड़ताल पर जाने से पहले उप विकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद को छह सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा है।

ज्ञापन के जरिये कहा गया है कि चयनमुक्त किए गए सभी कर्मियों को तत्काल प्रभाव से वापस किया जाया। मनरेगा आयुक्त के कार्यालय आदेश पत्रांक (एन) 192 दिनांक 7. 12. 17 में वर्णित कंडिका 3.6 के आधार पर कार्रवाई नहीं की जाए। चूंकि धरातल पर सारे कार्य हैं। समाचार पत्रों में चालीस सड़कों की बात को भ्रमित किया जा रहा है। जबकि प्रतिवेदन में सिर्फ 15 सड़कों का उल्लेख है। सभी सड़क स्थल पर हैं। चाहें, तो फिर से जांच करवा सकते हैं।

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