रांची विवि के सोवेनियर में त्रुटियां

दीक्षा समारोह में वितरित किए गए सोवेनियर में कई त्रुटियां हैं। रांची विवि के पीआईओ का नाम गलत था। इसको ठीक नहीं किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Oct 2019 04:10 AM (IST) Updated:Tue, 01 Oct 2019 04:10 AM (IST)
रांची विवि के सोवेनियर में त्रुटियां
रांची विवि के सोवेनियर में त्रुटियां

रांची : दीक्षा समारोह में वितरित किए गए सोवेनियर में कई त्रुटियां हैं। रांची विवि के पीआईओ डॉ. धीरेंद्र त्रिपाठी का पदनाम सीसीडीसी लिखा हुआ है। इसी तरह पूर्व वीसी की सूची में वर्तमान वीसी डॉ. रमेश कुमार पांडेय भी शामिल हैं। डॉ. बीआर झा का नाम डॉ. बीके झा लिखा हुआ है। वैसे मंच पर लगे रांची विवि के बैनर के लोगों में त्रुटि में सुधार नहीं किया गया था। जबकि विवि प्रशासन को इस बारे में आगाह किया गया था।

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मीडियाकर्मी और फोर्स हट जाएं

समारोह में सीएम छात्र-छात्राओं को संबोधित करने पहुंचे तो सबसे पहले कहा- मीडियाकर्मी बैठ जाएं, फोर्स हट जाएं। आज छात्रों का दिन है। कोई नहीं हटे तो सीएम ने तल्ख भरे लहजे में दोबारा बैठने को और हटने को कहा। लेकिन कोई नहीं हटे। दरअसल मीडियाकर्मियों को बैठने के लिए कोई जगह निर्धारित नहीं की गई थी।

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झलकियां

- राष्ट्रपति का अभिभाषण 19 मिनट 10:54 से 11:13 तक हुआ।

- राज्यपाल का अभिभाषण 9 मिनट 10:46 से 10:55 तक हुआ।

- सीएम का भाषण 8 मिनट 10:38 से 10:46 तक हुआ।

- वीसी ने प्रतिवेदन 5 मिनट में 10:21 से 10:26 पढ़ा।

- नौ गोल्ड मेडल देने में चार मिनट लगे।

- राष्ट्रपति और सीएम सभा स्थल से जाने लगे तो विद्यार्थियों ने हाथ हिलाकर उन्हें विदाई दिया

- राष्ट्रपति और सीएम पहले हाथ जोड़कर फिर हाथ हिलाते हुए सभा स्थल से निकले।

- गोल्ड मेडलिस्ट में सबसे अधिक 70 वर्ष के ब्रजकिशोर ठाकुर थे।

- माइक नीचे था तो सीएम ने इशारा किया तो डीसी ने ठीक किया। इलेक्ट्रोनिक्स का गोल्ड स्थगित

समारोह में 54 गोल्ड मेडल ही दिया गया। इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन के टॉपर का मामला हाई कोर्ट में चले जाने के कारण विवि प्रशासन ने इस विभाग के टॉपर को मिलने वाले दो गोल्ड मेडल को स्थगित कर दिया। इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन के टॉपर होने का दावा संध्या कुमारी व सुचि प्रिया कर रही है। सोमवार को समारोह में दोनों पहुंची थी लेकिन दोनों को सिर्फ डिग्री दी गई। संध्या ने कहा कि उसे गोल्ड का इंतजार था। उसका हक मारा गया है। संध्या रांची कॉलेज में भी बीएससी इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन सत्र 2014-17 में टॉपर रह चुकी है। गौरतलब है कि रिजल्ट में संध्या कुमारी को 2078 अंक मिले थे जबकि सुचि को 2061 अंक। स्क्रूटनी के बाद दो बार अंक बढ़ा और सुचि को अधिक अंक मिल गए। संध्या का कहना है कि गलत तरीके से अंक बढ़ाया गया है।

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..और राष्ट्रपति ने कहा मुझे आपसे ईष्र्या हो रही है

राष्ट्रपति ने कहा कि मंच पर गोल्ड मेडल लेने एक बेटी आई। मैंने उससे कहा कि मुझे आपसे ईष्या हो रही है। मैंने एलएलबी किया है और एलएलएम। यह थी एलएलएम की टॉपर मणिलेखा दयाल। इसने छोटानागपुर लॉ कालेज से एलएलएम और आइएलएस लॉ कॉलेज पुणे से एलएलबी की है। इसके पति सौरभ शेखर हाई कोर्ट में अधिवक्ता हैं। मणिलेखा भी हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं।

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इनकी रही गरिमामय उपस्थिति

कार्यक्रम में पूर्व कुलपति डॉ. एलएन भगत, सीयूजे के वीसी डॉ. नंद कुमार इंदू, राज्यपाल के पूर्व प्रधान सचिव एके सत्पथी, मेयर आशा लकड़ा, विधायक जीतू चरण राम, वीपी शरण सहित अन्य थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में इनका रहा योगदान

डॉ. जीएस शाहदेव, डॉ. पीके वर्मा, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. मंजु सिन्हा, डॉ. यूसी मेहता, डॉ. धीरेंद्र त्रिपाठी, डॉ. ब्रजेश, डॉ. आरपी गोप, डॉ. आनंद ठाकुर, डॉ. ज्योति कुमार, डॉ. अशोक सिंह, डॉ. अशोक चौधरी, डॉ. दिवाकर मिंज, डॉ. पीके झा, डॉ. एससी गुप्ता, डॉ. अभिजीत दत्ता, डॉ. प्रीतम कुमार, डॉ. पीके सिंह, डॉ. पंकज चतुर्वेदी, डॉ. ज्ञान सिंह, डॉ. एमसी मेहता, डॉ. राजीव कुमार, डॉ. अजय सिंह, डॉ. पंपा सेन विश्वास, उग्रेश, डॉ. तनुज खत्री आदि।

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