Jharkhand: स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति जागरुक हुए लोग, डेयरी दूध की मांग 30% तक बढ़ी

Dairy Milk Demand in Jharkhand शुद्धता की गारंटी मानकर पाश्चराइज दूध की मांग में 30 फीसद का इजाफा हुआ है। डेयरी कंपनियां अनलॉक में अधिक दूध की सप्लाई कर रहीं हैं। कोरोना वायरस के पूर्व रांची में दूध की मांग कम थी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 02:13 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 02:44 PM (IST)
Jharkhand: स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति जागरुक हुए लोग, डेयरी दूध की मांग 30% तक बढ़ी
दूध के अलावा घी की मांग भी बढ़ी है।

रांची, जासं। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लोग स्वास्थ्य के प्रति पहले के मुकाबले अधिक जागरूक हुए हैं। इसे इस रूप में समझा जा सकता है कि जहां लॉकडाउन के दौरान दूध की मांग काफी कम हो गई थी, वहीं अनलाॅक में मई के महीने से अब तक डेयरी दूध की मांग में करीब 30 प्रतिशत का इजाफा हो गया है। मेधा डेयरी के एमडी सुधीर कुमार बताते हैं कि डेयरी पैक दूध पाश्चराइज करके पैक किया जाता है। साथ ही, इसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से प्रोटीन और मिनिरल के लेवल को नियंत्रित किया जाता है।

इससे दूध हमारे लिए ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक हो जाता है। उन्होंने बताया कि मेधा लगभग 38,000 सीमांत किसानों द्वारा उत्पादित दूध को दैनिक रूप से सुबह और शाम को गांवों में स्थापित दुग्ध संकलन केंद्रों के माध्यम से खरीदता है। इसके अलावा मेधा दूध विटामिन ए एवं डी युक्त फोर्टिफाइड दूध है जो सेहत के लिए अति उत्तम एवं फायदेमंद है।

दूध के साथ अन्य डेयरी प्रोडक्ट की भी बढ़ी मांग

दूध के साथ अन्‍य डेयरी प्रोडक्ट की मांग में भी इजाफा हुआ है। मार्च से पहले मेधा दूध की औसतन खपत हर दिन 1.35 लाख लीटर थी। मगर लाॅकडाउन के दौरान केवल अप्रैल में यह मांग 35 हजार लीटर रह गई। दिसंबर तक मार्च तक की औसत मांग से इसमें करीब 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं कोरोना वायरस से पहले रांची में सुधा डेयरी दूध की मांग 94 हजार लीटर थी। वहीं जून से इसमें 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वर्तमान में 1.20 लाख लीटर सुधा दूध की मांग है। इसी अनुपात में घी की मांग भी बढ़ी है। डेयरी कंपनियों के मुताबिक ठंड के कारण अभी दही की मांग में कमी आई है।

प्रतिक्रिया

पैक दूध की शुद्धता प्रमाणिक होती है। इसलिए इसपर भरोसा कर रहे हैं। पाश्चराइज दूध में किसी प्रकार के संक्रमण का खतरा भी नहीं रहता है। कोरोना संक्रमण के बाद मैं अपने परिवार के स्वास्थ्य के लिए काफी सजग हूं। ऐसे में मैं डेयरी के दूध पर भरोसा कर रही हूं। -अंजली कुजूर, शिक्षिका।

कोरोना संक्रमण के कारण लोगों में स्वास्थ्य के प्रति काफी जागरुकता आई है। ऐसे में स्वस्थ जीवनशैली के लिए मेरे परिवार में हर कोई रोज दूध पीता है। डेयरी का दूध आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसलिए इसी का चुनाव किया है। -विनीता परमार, गृहणी।

दूध पीने से कई तरह की बीमारियों से रक्षा होती है। यही कारण है कि अपने परिवार को रोज हल्दी के साथ मिलाकर दूध पीने के लिए कहती हूं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। -पुष्पा सहाय, गृहणी।

दूध के साथ घी पीने से शरीर की ठंड से रक्षा होती है। ऐसे में इस पूरे ठंड में मैंने अपने परिवार को दूध और घी का सेवन कराया है। डेयरी पैक दूध में शुद्धता की गारंटी होती है। इसलिए मैंने डेयरी दूध का इस्तेमाल करती हूं। -संगीता सहाय, गृहणी।

डेयरी का पैक दूध पाश्चराइज करके पैक किया जाता है। इसके साथ ही इसमें विटामिन और मिनिरल्स के साथ फैट की मात्रा को संतुलित किया जाता है। इससे शरीर को उचित मात्रा में पोषक तत्व मिलता है। इसलिए डेयरी का दूध ज्यादा बेहतर है। -डॉ. रजनी सिंह, होम्‍योपैथिक चिकित्सक।

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