गलती नहीं थी तो नौकरी से क्यों हटाया गया कंपाउंडर

इलाज के दौरान किशोरी से हुई छेड़खानी में नगर थाना की पुलिस शुक्रवार को पीड़िता के गांव पहुंची। यहां पुलिस ने पीड़िता उसके चाचा सहित अन्य लोगों का बयान दर्ज किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Sep 2020 04:21 PM (IST) Updated:Fri, 11 Sep 2020 04:21 PM (IST)
गलती नहीं थी तो नौकरी से क्यों हटाया गया कंपाउंडर
गलती नहीं थी तो नौकरी से क्यों हटाया गया कंपाउंडर

पाकुड़ : बीते 24 अगस्त को शहर के एक निजी क्लिनिक में इलाज के दौरान किशोरी से हुई छेड़खानी में नगर थाना की पुलिस शुक्रवार को पीड़िता के गांव पहुंची। यहां पुलिस ने पीड़िता, उसके चाचा सहित अन्य लोगों का बयान दर्ज किया। हालांकि पीड़िता की मां का इलाज बंगाल में चल रहा है इसलिए उसका बयान नहीं लिया जा सका।

इधर, घटना के दिन ही आरोपित कंपाउंडर को नौकरी से निकाल देने की चर्चा शुरू हो गई है। लोगों का कहना है कि अगर कंपाउंडर ने किशोरी के साथ छेड़खानी नहीं की तो फिर क्लिनिक के संचालक डॉ. कुणाल ने कंपाउंडर को तुरंत नौकरी से क्यों हटाया? बता दें कि क्लिनिक की एक नर्स ने भी किशोरी की मां व अन्य संबंधियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उसी प्राथमिकी में इसका जिक्र है कि घटना के दिन क्लिनिक के संचालक डॉ. कुणाल द्वारा कंपाउंडर को नौकरी से निकाल दिया गया है। नर्स ने प्राथमिकी में स्पष्ट कहा है कि घटना के कुछ देर पश्चात डॉ. कुणाल कुमार सिंह क्लिनिक आए तो उन्हें सबकुछ पता चला। डॉक्टर ने उनलोगों के दबाव में कंपाउंडर को नौकरी से निकाल दिया। मामले में पीड़िता की मां को बैठाकर समझाया और मामले का रफा-दफा कर दिया गया। हालांकि पुलिस जांच कर रही है लेकिन इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस निरीक्षक थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव ने शुक्रवार को कहा कि जांच चल रही है। शीघ्र गिरफ्तारी होगी। पीड़िता परिवार लगा रहा न्याय की गुहार : पाकुड़ नगर थाना के एएसआइ विपिन यादव व पुअनि राजकिशोर मिश्रा शुक्रवार को मामले की जांच करने व पीड़ित परिजनों का बयान लेने पीड़िता का घर पहुंचे। पुलिस पदाधिकारियों ने बयान कलमबद्ध किया। पीड़िता व उसके परिजनों ने पुलिस पदाधिकारियों ने न्याय की गुहार लगाई है। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की। एएसआइ विपिन यादव ने कहा कि न्याय संगत कार्रवाई की जाएगी।

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