लोगों ने सीखी जीवन जीने की कला

जयनगर (कोडरमा): प्रखंड मुख्यालय स्थित सांस्कृतिक भवन में शनिवार से चल रहे श्रीश्री पंडित रविशंकर के आर्ट ऑफ लि¨वग हैपिनेस कार्यक्रम गुरुवार को विभिन्न कार्यकमों के साथ संपन्न हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jun 2018 05:44 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jun 2018 05:44 PM (IST)
लोगों ने सीखी जीवन जीने की कला
लोगों ने सीखी जीवन जीने की कला

जयनगर (कोडरमा): प्रखंड मुख्यालय स्थित सांस्कृतिक भवन में शनिवार से चल रहे श्रीश्री पंडित रविशंकर के आर्ट ऑफ लि¨वग हैपिनेस कार्यक्रम गुरुवार को विभिन्न कार्यकमों के साथ संपन्न हो गया। छह दिन तक चलने वाले इस हैपिनेस कार्यक्रम में योग गुरु नवीन चौरसिया एवं अर्चना कुमारी के द्वारा प्रखंड के दर्जनों पुरूष और महिलाओं ने योग, साधना के साथ-साथ जीवन जीने की कला सीखी।

इस दौरान योग गुरु नवीन चौरसिया ने कहा कि अक्सर हम जीवन पर तनाव से होने वाले प्रभाव से अपरिचित रहते हैं। प्राय: हमारा मन भूतकाल को लेकर क्रोध या पश्चाताप की जकड़ में रहता है और भविष्य को लेकर ¨चतित रहते है। परंतु जब हम वर्तमान में जीना सीख लेंगे तो दुनिया की सारी खुशी हमें मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि श्वास हमारे शरीर और मन की कड़ी है। इसलिए यह मन और नकारात्मक भावनाओं को संभालने का साधन भी है। व्यवसाय, घर या खाली समय में अपनी सही क्षमता को अनुभव करने का माध्यम भी। उन्होंने कहा कि योगासन से तनाव में कमी, अधिक आनंद और उत्साह, बेहतर कार्यकुशलता, अधिक आत्म सम्मान और स्वास्थ्य में सुधार होता है। उन्होंने सुदर्शन क्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया।

इस दौरान लोगों अपने-अपने घरों से लोगों द्वारा लाये गये विभिन्न प्रकार के व्यंजन का लुत्फ उठाया और एक दूसरे के साथ मिलजुलकर समर्पित भाव से रहने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के दौरान लोगों ने योग गुरू नवीन चौरसिया और अर्चना कुमारी को उपहार देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में सुरेंद्र भाई मोदी, राजेश कुमार साव, अर्जुन राम, रामचंद्र स्वर्णकार आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मौके पर प्रदीप कुमार, रामलाल यादव, सुभाष स्वर्णकार, एतवारी स्वर्णकार, प्रकाश सोनी, शेषनाथ रजक, गणेश राम, सुनील स्वर्णकार, जयप्रकाश यादव, भातु प्रसाद रजक, राजेश कुमार, अरूण कुमार, राधा देवी आदि कई लोग उपस्थित थे।

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