Lok Sabha Polls 2019: KHUNTI : सभी दल करते हैं आधी आबादी की बात, पर देते नहीं मौका

Lok Sabha Polls 2019. सभी राजनीतिक दल आधी आबादी की वकालत तो खूब करते हैं लेकिन महिलाओं को टिकट देने में पीछे हो जाते हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 12:17 PM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 12:17 PM (IST)
Lok Sabha Polls 2019: KHUNTI : सभी दल करते हैं आधी आबादी की बात, पर देते नहीं मौका
Lok Sabha Polls 2019: KHUNTI : सभी दल करते हैं आधी आबादी की बात, पर देते नहीं मौका

खूंटी, [कंचन कुमार]। सभी राजनीतिक दल आधी आबादी की वकालत तो खूब करते हैं, लेकिन महिलाओं को टिकट देने में पीछे हो जाते हैं। खूंटी लोकसभा का इतिहास देखा जाए तो बडे़ राजनीतिक दलों ने महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारने में बहुत कम ही दिलचस्पी दिखाई है। जबकि यहां 49.14 प्रतिशत आधी आवादी का वोट है।

कांग्रेस पार्टी ने सुशीला केरकेट्टा को लगातार चार बार चुनाव मैदान में उतारा। उनमें खास बात यह कि लगातार उनके मतों का प्रतिशत बढ़ता गया। अंतत: चौथी बार उन्होंने जीत दर्ज की। लगातार तीन बार वह दूसरे स्थान पर रहीं। कांग्रेस ने सर्वप्रथम उन्हें 1996 के चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया। इसमें उन्होंने 26.58 फीसद मत लाकर स्वयं को दूसरे स्थान पर स्थापित किया।

भाजपा के कड़िया मुंडा ने 33.20 फीसद मत पाकर विजयी हासिल की। 1998 में कांग्रेस ने पुन: उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया। इस बार उन्हें 34.66 फीसद मत मिले। 43.29 फीसद मत पाकर पुन: भाजपा प्रत्याशी करिया मुंडा विजयी रहे। जबकि 1999 में कांग्रेस प्रत्याशी सुशीला को 38.82 फीसद मत मिले। लेकिन पुन: उन्हें भाजपा के करिया मुंडा से पराजय का सामना करना पड़ा।

2004 का चुनाव खूंटी लोकसभा सीट के लिए इतिहास बन गया। इसमें आधी आवादी को जीत का सेहरा मिला। सुशीला केरकेट्टा को 218158 मत मिले। लगातार विजयी पताका लहरा रहे भाजपा प्रत्याशी करिया मुंडा को 166932 मत प ही संतोष करना पड़ा। खूंटी लोकसभा क्षेत्र में महिला वोटरों की संख्या 49.14 फीसद, जबकि पुरुष वोटर 50.86 फीसद है।

हालांकि 2009 के चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या 49.18 एवं पुरुष वोटरों की संख्या 50.82 फीसद थी। उस समय कुल नौ प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें जेकेपी की महिला प्रत्याशी नीतिमा बोदरा चौथे स्थान पर रही थीं। उन्हें 30028 मत मिले थे। 2014 के चुनाव पर नजर डाली जाए तो कुल तीन महिला प्रत्याशी मैदान में थीं। इनमें आप की दयामनी बारला को 11822, सपा की नीमिता बोदरा को 4425 एवं निर्दलीय असरिता टूटी को 4349 मत मिले थे।

कुल 14 प्रत्याशियों में भाजपा के कड़िया मुंडा 269185 मत पाकर आठवीं बार विजयी घोषित किए गए, जबकि झारखंड पार्टी के एनोस एक्का को 176937 वोट मिले थे। कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा को 147017, जबकि आजसू के निएल तिर्की को 27158 वोट मिले थे। झारखंड विकास माेर्चा के बसंत कुमार लोंगा को 24514 वोट पर ही संतोष करना पड़ा था।

chat bot
आपका साथी