कोरोना जंग में 30000 महिलाएं थामी जागरूकता का हथियार

जामताड़ा कोरोना महामारी के नियंत्रण की जंग में तेजस्वनी परियोजना की महिला विकास समिति सदस्यों ने भी अपनी ताकत झोंक दी है। जिले में 591 महिला विकास समिति संचालित है। इन सभी समिति में कुल 30000 महिला सदस्य सक्रिय हैं। उक्त सभी सदस्य घर-घर में लोगों को जागरूक करने व अभावग्रस्त परिवार को सरकारी सुविधा मुहैया कराने का प्रयास कर रही है। तेजस्विनी परियोजना किशोरी व युवतियों का एक समाजिक संगठन है जिसमें 14 से 24 आयु वर्ग की किशोरी व युवतियों को जोड़ा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Apr 2020 06:53 PM (IST) Updated:Thu, 16 Apr 2020 06:53 PM (IST)
कोरोना जंग में 30000 महिलाएं थामी जागरूकता का हथियार
कोरोना जंग में 30000 महिलाएं थामी जागरूकता का हथियार

जामताड़ा : कोरोना महामारी के नियंत्रण की जंग में तेजस्विनी परियोजना की महिला विकास समिति सदस्यों ने भी अपनी ताकत झोंक दी है। जिले में 591 महिला विकास समिति संचालित है। इन सभी समिति में कुल 30000 महिला सदस्य सक्रिय हैं। उक्त सभी सदस्य घर-घर में लोगों को जागरूक करने व अभावग्रस्त परिवार को सरकारी सुविधा मुहैया कराने का प्रयास कर रही है। तेजस्विनी परियोजना किशोरी व युवतियों का एक समाजिक संगठन है जिसमें 14 से 24 आयु वर्ग की किशोरी व युवतियों को जोड़ा गया है।

जिले में कोरोना वायरस का प्रसार रोकने को पिछले माह से जिला प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ समाजिक, धार्मिक, स्वयंसेवी संगठन भी वायरस नियंत्रण को लेकर चल रहे अभियान में सहभागी बन रहा है। इसी क्रम में तेजस्वनी परियोजना के अंतर्गत गठित महिला विकास समिति के सदस्य भी गुरुवार से कोरोना नियंत्रण को मैदान में कूद चुकी हैं। जिले में कोरोना नियंत्रण के लिए अहम पहल लॉकडाउन चल रहा है। वहीं भीड़ मुक्त वातावरण में घर-घर लोगों को कोरोना वायरस से बचाव को जागरूकता का पाठ भी पढ़ाया जा रहा है। अब गांव-गांव में गठित महिला विकास समिति के सदस्य अपने पोषक क्षेत्रों में घर-घर की दीवार में जागरूकता से संबंधित श्लोगन लेखन का काम कर रही हैं। महिला सदस्य घर-घर पहुंचकर महिला-पुरुष को कोरोना वायरस के लक्षण, जांच की सुविधा, अपने घर के अंदर ही सुरक्षित रहने के बाबत जागरूक कर रही हैं।

सदस्यों ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रसार रोकने को वे कई पहल कर रही हैं। सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में महिला-पुरुष के बीच मास्क साबुन भी बांट रही हैं। लोगों को बताया जा रहा है की वैश्विक महामारी से बचाव का एक मात्र साधन सतर्कता है। घर से बाहर निकलने से पूर्व मुंह में मास्क लगाएं। घर वापसी पर हाथ मुंह को साबुन से साफ करें। लॉकडाउन अवधि में लोग अपने घर पर ही रहें, इस बाबत महिला एवं युवतियों को सिलाई-कड़ाई की सीख भी वे दे रही हैं। समिति की युवतियां जागरूकता से संबंधित तस्वीर तैयार कर घर-घर उसके जरिए परिजनों को जागरूक कर रही हैं। ताकि कोरोना से बचाव हो सके। चित्रकारी के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

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