अब प्रज्ञा केंद्र संचालक नपेंगे

जामताड़ा : पंचायत मुख्यालय में प्रज्ञा केंद्र संचालित करने में अक्षम संचालकों को कार्य से मुक्त करें

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Jul 2017 01:02 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jul 2017 01:02 AM (IST)
अब प्रज्ञा केंद्र संचालक नपेंगे
अब प्रज्ञा केंद्र संचालक नपेंगे

जामताड़ा : पंचायत मुख्यालय में प्रज्ञा केंद्र संचालित करने में अक्षम संचालकों को कार्य से मुक्त करें और नए लोगों को बहाल करें। बुधवार को समाहरणालय सभागार में जिले भर के प्रज्ञा केंद्र संचालकों व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए उपायुक्त रमेश कुमार दूबे ने उक्त निर्देश दिया। डीसी ने कहा कि अक्सर यह शिकायत सुनने को मिल रही है कि पंचायत मुख्यालय के बजाय अपने घरों में प्रज्ञा केंद्र का संचालन करते हैं और आमजनों से मनमानी पैसे वसूली की जाती है।

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं समय पर लोगों को प्रमाण पत्र तक उपलब्ध नहीं होता है। ऐसे में डीआईओ अभय परासर को ऐसे संचालकों को चिह्नित कर कार्य मुक्त करने का निर्देश दिया। डीसी ने स्पष्ट कहा कि यह खाने-पकाने की योजना नहीं है। यह सेवा भाव का कार्य है और जिन्हें लगता है कि यह घाटे का सौदा है वे स्वेच्छा से भी कार्यमुक्त हो जाय।

--दिशा में छात्रों को लाभ दिलाएं : मौके पर ऑन लाइन आवेदन सही तरीके से भी करने का निर्देश दिया गया। कहा कि प्रमाण पत्र बनाने में जो दस्तावेज अपेक्षित है, उसे पूर्ण करने के बाद ही आवेदन करें। ऐसे में आमजनों को निर्धारित समय पर प्रमाण पत्र उपलब्ध हो सकेगा। इस संदर्भ में नाला के अंचलाधिकारी झुन्नू मिश्रा ने प्रज्ञा केंद्र संचालकों को जाति, आवासीय, आय आदि प्रमाण पत्र बनाने के लिए अपेक्षित कागजात के बारे में क्रमवार विस्तार से जानकारी दी। उपायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री डिजहटल साक्षरता कार्यक्रम (दिसा) के तहत जिले के हाईस्कूल स्तरीय छात्रों को प्रशिक्षण देकर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराएं। इस कार्यक्रम के तहत कक्षा दस से बारह तक के छात्रों को शामिल करना है।

--मुखिया इंटरनेट कनेक्टिवटी पर राशि खर्च करें : ई गवर्नेंस की बैठक करते हुए उपायुक्त ने सभी मुखिया को पत्र लिखकर 14 वें वित्त आयोग की राशि से क्षेत्र में इंटरनेट कनेक्टिवटी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा जहां जो नेटवर्क है, वहां उस कंपनी से स्थापित कर इंटरनेट की व्यवस्था करें। बैठक में डीसी ने भीम एप प्रशिक्षण के बारे में भी पूछताछ की। इसमें जामताड़ा प्रखंड से 222, नाला से 147, कुंडहित से 267, करमाटांड़ से 115, नारायणपुर से 120 तथा फतेहपुर से 128 लोगों को भीम एप प्रशिक्षण देने की जानकारी दी गई। इसके अलावा आईसीडीएस, शिक्षा विभाग आदि में डाटा इंट्री के बारे में भी डीसी ने जानकारी ली। बैठक में अपर समाहर्ता विधान चंद्र चौधरी, डीपीआरओ जय ज्योति सामंता, सिविल सर्जन डॉ. मार्शन आइंद, एलडीएम सुधांशु शेखर पाठक, ईडीएम बिरजू राम, जामताड़ा नपं के कार्यपालक पदाधिकारी हातिमताई, राजीव कुमार, अभिलाषा स्मृति आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी