जिसने देखा उसका बैठ गया कलेजा, एक ही घर से निकली तीन अर्थियां Jamshedpur News

मां ऊषा देवी की अर्थी उसके पीछे फुआ प्यारी देवी की और फिर जवान बेटे राहुल की अर्थी। जिसने भी ये मंजर देखा उसकी आंखें छलक उठीं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 28 Nov 2019 12:58 PM (IST) Updated:Thu, 28 Nov 2019 04:45 PM (IST)
जिसने देखा उसका बैठ गया कलेजा, एक ही घर से निकली तीन अर्थियां Jamshedpur News
जिसने देखा उसका बैठ गया कलेजा, एक ही घर से निकली तीन अर्थियां Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के बिरसानगर जोन नंबर पांच के गायत्री हाउस में उस वक्त कोहराम मच गया जब यहां से एक साथ तीन अर्थियां निकलीं। मां ऊषा देवी की अर्थी, उसके पीछे फुआ प्यारी देवी की और फिर जवान बेटे राहुल की अर्थी। जिसने भी ये मंजर देखा उसकी आंखें छलक उठीं। ऊषा देवी की बेटियां सिंपी और प्रीती रोते-बिलखते अर्थी के पीछे आ गईं। परिजनों ने उन्हें वापस किया। इस शोकाकुल माहौल में सभी आंखें नम थीं। 

हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग पर सोमवार की रात जैतगढ़ से बिरसानगर आ रही कार ने सड़क पर खड़े ट्रेलर में टक्कर मार दी थी। इस हादसे में बिरसानगर के जोन नंबर पांच के रहने वाले राहुल, उनकी मां ऊषा देवी और उनकी फुआ प्यारी देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।  पोस्टमार्टम के बाद तीनों शव टाटा मोटर्स अस्पताल के शीतगृह में रखा दिए गए थे। 

राहुल के चचेरे भाई ने दी मुखाग्नि 

राहुल के चचेरे भाई लातेहार से आए राजेश कुमार ने शवों को मुखाग्नि दी। राहुल के अलावा राजेश ने ऊषा को भी मुखाग्नि दी। राजेश ने ही प्यारी देवी को भी मुखाग्नि दी। 

अंतिम संस्कार में पहुंचे सरयू व अभय 

राहुल के रिश्तेदार वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि स्वर्णरेखा घाट पर अंतिम संस्कार में जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय भी पहुंचे। सरयू राय ने राहुल के मामा से मुलाकात की और उन्हें ढांढस  बंधाया। जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से झारखंड विकास मोर्चा के उम्मीदवार अभय सिंह भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उन्होंने भी परिजनों से मुलाकात की। दोनों उम्मीदवारों ने परिवार की हर संभव मदद करने की बात कही।

 गायत्री परिवार से भी आए थे लोग 

अंतिम यात्रा में गायत्री परिवार के सदस्य भी आए थे। ये लोग सुबह ही बिरसानगर के गायत्री भवन पहुंच गए थे। ये लोग सीधे बिरसा नगर उनके घर आए और यहां से अंतिम यात्रा निकलने के बाद भुइयांडीह स्वर्णरेखा घाट पहुंचे। यहां अंतिम संस्कार में शामिल हुए। 

मामा की देखरेख में रहेगा परिवार 

ऊषा देवी और उनके बेटे राहुल की मौत के बाद अब परिवार की देखरेख बेटियों के मामा संभालेंगे। जमशेदपुर में सिंपी और प्रीति के दो मामा रहते हैं। खेमचंद्र साहू और मनोज साहू। मनोज साहू का घर बिरसानगर में ही रोड नंबर 11 में है। 

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