Jharkhand Education : गुरुजी के कंधे में जिम्‍मेदारी का नया बोझ , अब शिक्षक तैयार करेंगे दाल, तेल और नमक का पैकेट

गुरुजी के कंधे पर एक और नई जिम्‍मेदारी। अब झारखंड के शिक्षकों को मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत दाल तेल नमक का पैकेट तैयार करना होगा। अक्टूबर से नवंबर तक प्राइमरी व मिडिल स्कूल के शिक्षकों को यह कार्य करना होगा। तीन माह का आवंटन भी आ चुका है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 10:08 AM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 05:25 PM (IST)
Jharkhand Education : गुरुजी के कंधे में जिम्‍मेदारी का नया बोझ , अब शिक्षक तैयार करेंगे दाल, तेल और नमक का पैकेट
शिक्षक दाल, तेल और नमक का पैकेट तैयार करेंगे ।

जमशेदपुर, जासं। झारखंड का स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के नए फरमान से अब नया बखेड़ा हो सकता है। शिक्षकों को ऐसे भी कई गैर शैक्षणिक कार्य कराए जाते हैं, अब यहां के शिक्षकों को मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत दाल, तेल, नमक का पैकेट तैयार करना होगा। पूर्वी सिंहभूम जिला में अक्टूबर से नवंबर तक प्राइमरी व मिडिल स्कूल के शिक्षकों को यह कार्य करना होगा। इन तीन माह का आवंटन भी आ चुका है। मकर संक्रांति से पहले खाद्यान्नों का वितरण बच्चों के बीच होना है।

 भारत सरकार के पत्र के आलोक में झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने खाद्य सुरक्षा भत्ता में कुकिंग कॉस्ट की राशि बैंक खाता में स्थानांतरित करने के स्थान पर समतुल्य राशि का दाल, तेल आदि की प्रतिपूर्ति देय खाद्यान्न के साथ किए जाने का पत्र सभी जिला को दिया गया है। पूर्वी सिंहभूम में यह कार्य इस माह से प्रारंभ होगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि मिड-डे मील की राशि निकालने के लिए बच्चों या उनके अभिभावकों को बैंक जाना न पड़े। 

  चावल देती केंद्र सरकार

मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत चावल की आपूर्ति भारत सरकार के द्वारा एफसीआइ के माध्यम से की जाती है। कुकिंग कास्ट के लिए प्राथमिक कक्षा को रुपया 4.97 प्रति विद्यार्थी प्रति कार्य दिवस तथा उच्च प्राथमिक कक्षा को रुपया 7.45 प्रति बच्चा प्रति कार्य दिवस लेने का प्रावधान है। इस योजना के लिए उक्त राशि के अंतर्गत दाल, नमक, सब्जी, तेल आदि का क्रय किया जाएगा। प्रत्येक माह औसतन 25 दिन मध्याहन भोजन अथवा खाद्य सुरक्षा भत्ता दिया जाता है। इस आधार पर कुकिंग कास्ट की राशि में देय सामग्री का आकलन कर दिया गया है। विभाग को उपलब्ध कराए गए निर्देश में यह स्पष्ट कहा गया है कि यह कार्य सरस्वती वाहिनी संचालन समिति को करना है, लेकिन इस कार्य से शिक्षक भी अछूते नहीं रहेंगे। इस कार्य की निगरानी की पूर्ण जिम्मेदारी सरकारी शिक्षकों पर ही होगी।

ऐसे तैयार होगा 25 दिन का पैकेट 

1. कक्षा एक से पांच : चना दाल 500 ग्राम, सरसो तेल 200 ग्राम, सब्जी 1.250 किग्ररख् नमक 250 ग्राम।

2. कक्षा छह से आठ : चना दाल 750 ग्राम, सरसो तेल 200 ग्राम, सब्जी (आलू) दो किलो, नमक 500 ग्राम।

chat bot
आपका साथी