मध्यावधि चुनाव सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लघंन : प्रकाश

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक दायर याचिका में टाटा मोट

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Dec 2018 10:34 PM (IST) Updated:Wed, 26 Dec 2018 10:34 PM (IST)
मध्यावधि चुनाव सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लघंन : प्रकाश
मध्यावधि चुनाव सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लघंन : प्रकाश

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक दायर याचिका में टाटा मोटर्स प्रबंधन भी पार्टी है। यदि मध्यावधि चुनाव हुआ तो यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लघंन होगा। वर्तमान यूनियन का कार्यकाल 31 दिसंबर 2019 को पूरा हो रहा है।

टेल्को वर्कर्स यूनियन के महामंत्री प्रकाश सिंह ने बुधवार को यह आरोप लगाया है। प्रकाश का कहना है कि चुनाव की सारी प्रक्रिया टाटा मोटर्स के क्षेत्राधिकार में आने वाले ओल्ड कैंटीन परिसर में होगा। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन में मध्यावधि चुनाव टेल्को वर्कर्स यूनियन के चुनाव को बाधित करने के लिए कराया जा रहा है। इसमें टाटा मोटर्स प्रबंधन की किसी भी प्रकार की भूमिका नहीं होनी चाहिए। हमारे अधिवक्ताओं का कहना है कि ऐसा करना सीधे-सीधे आर्टिकल 129 का उल्लघंन है।

उन्होंने कहा है कि वे जल्द ही इस मामले में प्रबंधन को पत्र भेजकर पूरी प्रक्रिया से खुद को बाहर रहने की अपील करेंगे। चुनाव के लिए कंपनी परिसर में जगह उपलब्ध कराना, कर्मचारियों को मतदान के लिए रिलीज करना, टेल्को यूनियन के चुनाव को रोकने वाला कदम माना जाएगा। इस प्रक्रिया के खिलाफ चार जनवरी 2019 को सुप्रीम कोर्ट खुलते ही याचिका दायर की जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट में पार्टी बनने वाले नहीं लड़ सकते चुनाव : प्रकाश कुमार ने दावा किया कि चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुरमीत सिंह, अजय भगत, प्रकाश विश्वकर्मा, हरदीप सिंह सैनी सहित अन्य पार्टी या किसी भी रूप में शामिल थे। अगर ये टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन का चुनाव लड़ते हैं तो इसे अदालत की अवमानना माना जाएगा।

'टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन अपने निबंधित संविधान के तहत चुनाव करा रही है। कोई संस्था या संगठन प्रजातांत्रिक ढंग से यदि चुनाव प्रक्रिया में जाता है तो इसे रोकने के लिए देश में कोई कानून नहीं है। जो व्यक्ति नियम-कानून की बात करता है उसने खुद इसे कभी नहीं माना।'

-प्रवीण कुमार, सलाहकार, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन

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