जमशेदपुर में ईरानी गैंग ने किया नाक में दम, खुद को बड़े लेवल का अधिकारी बताकर ऐसे दे रहे हैं वारदातों को अंजाम
ईरानी गैंग के बारे में बताया जाता है कि कभी किसी जमाने में इनके पूर्वज ईरान से व्यापार करने के लिए मध्य प्रदेश के भोपाल आए और धीरे-धीरे इनका कुनबा बढ़ता चला गया। आगे चलकर ये महाराष्ट्र राजस्थान बिहार गुवाहाटी व उत्तर प्रदेश में बस गए।
जमशेदपुर, जासं। शहर में ठगी और लूटपाट करने के मामले में गिरफ्तार ईरानी गिरोह के संबंध में बताया जाता है कि लूटपाट, छिनतई व टप्पेबाजी जैसे घटनाओं को अंजाम देने में माहिर हैं। गिरोह के सदस्य नए-नए तरीके अपनाते हैं। बताया जा रहा है कि इनके पूर्वज ईरान से वर्षों पहले व्यवसाय करने मध्य प्रदेश के भोपाल तक आए थे और यहीं बस गए। धीरे-धीरे इनका कुनबा बढ़ता चला गया और महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, गुवाहाटी व उत्तर प्रदेश में बस गए। ईरानी मूल का होने के कारण अधिकांश युवकों की कद-काठी अच्छी होती है। गोरे-चिट़टे होते हैं इसलिए स्वयं को पुलिस, सीबीआइ, क्राइम ब्रांच व सीआइडी का अधिकारी बताकर वारदातों को अंजाम देते हैं।
काफी सोच-समझकर करते हैं अपना टारगेट सेट
किसी भी शहर में गिरोह के आठ सदस्य जाते हैं, जो वारदातों को अंजाम देकर शहर छोड़ देते हैं। एक शहर से दूसरे शहर में जाने के लिए कार का इस्तेमाल करते हैं। गिरोह से ही जुड़े कुरियर ब्वाय से दोपहिया लेकर घूमते हैं, जहां वारदात को अंजाम देना होता है, वहां पहुंचने के पहले बाहर निकलने का रास्ता पहले तलाश करते हैं। बाजारों व भीड़ वाले स्थानों में उपयुक्त स्थान चुनते है। घूमते-फिरते अपनी समझ के अनुसार टारगेट सेट करते हैं। इस दौरान जेवर बदलकर नकली थमा देते हैं या पैसे छीनने का काम करते हैं।