आदित्यपुर की कंपनी कृष्णा इंडस्ट्रियल पर 3.97 करोड़ की बिजली चोरी का केस

झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक एएन मिश्रा द्वारा गठित अधिकारियों की टीम ने कंपनी पर छापा मारकर बिजली चोरीे का खुलासा किया है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Sun, 15 Jul 2018 03:32 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jul 2018 03:32 PM (IST)
आदित्यपुर की कंपनी कृष्णा इंडस्ट्रियल पर 3.97 करोड़ की बिजली चोरी का केस
आदित्यपुर की कंपनी कृष्णा इंडस्ट्रियल पर 3.97 करोड़ की बिजली चोरी का केस

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। आदित्यपुर के गम्हरिया स्थित इंडक्शन फर्नेस कंपनी कृष्णा इंडस्ट्रियल में बिजली चोरी पकड़ी गई है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक एएन मिश्रा द्वारा गठित अधिकारियों की टीम ने शनिवार की आधी रात कंपनी पर छापा मारकर बिजली चोरीे का खुलासा किया है। जांच में पता चला कि कंपनी में रात को कंटिया डालकर इंडक्शन फर्नेस चलाई जा रही है। इस मामले में कंपनी के निदेशक देवेंद्र कुमार के खिलाफ आदित्यपुर थाने में बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। कंपनी के निदेशक पर तीन करोड़ 97 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

गम्हरिया ग्रिड के नजदीक स्थित कृष्णा इंडस्ट्रियल इंडक्शन फर्नेस है। कंपनी में दो इंडक्शन फर्नेस लगाई गई हैं। कंपनी ने बिजली विभाग से 2800 किलो वाट लोड का कनेक्शन लिया है। बिजली विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि कंपनी में बिजली चोरी हो रही है। इस पर विभाग के अधिकारी कंपनी की निगरानी कर रहे थे। कंपनी में दिन में तो मीटर तेजी से चलता था लेकिन रात को एक भी यूनिट नहीं चलता था। इस पर महाप्रबंधक ने कंपनी में छापामारी करने का आदेश दिया। छापा मारी करने के लिए बनाई गई टीम में घाटशिला के कार्यपालक अभियंता आनंद कौशिक, जमशेदपुर के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार विश्वकर्मा, एमआरटी के कार्यपालक अभियंता लाल बिहारी और आदित्यपुर के कार्यपालक अभियंता एसपी सिंह शामिल थे। बिजली विभाग की टीम ने शनिवार की रात करीबन 12:00 बजे अचानक कृष्णा इंडस्ट्रियल कंपनी पर छापेमारी की।

जांच में जो सामने आया उसे देख कर अधिकारी हैरान रह गए। कंपनी में इंडक्शन फर्नेस चल रही थी। लेकिन बिजली विभाग का मीटर खामोश था। जांच करने पर पता चला कि बिजली के मुख्य तार को मीटर से हटा दिया गया है और सीधे कटिया मारी कर इंडक्शन फर्नेस ने चलाई जा रही है। बिजली विभाग के अधिकारियों को देखकर कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। आदित्यपुर के कार्यपालक अभियंता एसपी सिंह ने बताया की जांच का काम सुबह 7:00 बजे तक चला।

मीटरिंग यूनिट की जांच हुई। चेक मीटर को भी खंगाला गया। एमआरटी के कार्यपालक अभियंता लाल बिहारी रंजन ने मीटर की जांच की तो पता चला कि बिजली चोरी का यह खेल  एक साल से अधिक समय से चल रहा है। इस वजह से कंपनी पर तीन करोड़ 97 लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया है। साथ ही, आदित्यपुर थाने में कार्यपालक अभियंता एसपी सिंह के बयान पर कंपनी के निदेशक देवेंद्र कुमार के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। कंपनी का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। 

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