चावल-दाल उठाव के बावजूद बच्चों को नहीं मिल रहा भोजन

प्रखंड के आदिवासी बाहुल्य गांव चांदडीह के प्राथमिक विद्यालय में विगत कई दिनों से मध्याह्न भोजन बंद है। इस विद्यालय में कुल 90 छात्र नामांकित हैं। इसमें सभी छात्र अनुसूचित जनजाति के हैं। मध्याह्न भोजन बंद रहने के कारण बच्चों की उपस्थिति में प्रतिकूल असर पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 03:59 PM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 03:59 PM (IST)
चावल-दाल उठाव के बावजूद बच्चों को नहीं मिल रहा भोजन
चावल-दाल उठाव के बावजूद बच्चों को नहीं मिल रहा भोजन

केतार: प्रखंड के आदिवासी बाहुल्य गांव चांदडीह प्राथमिक विद्यालय में विगत कई दिनों से मध्याह्न भोजन बंद है। इस विद्यालय में कुल 90 छात्र नामांकित हैं। इसमें सभी छात्र अनुसूचित जनजाति के हैं। मध्याह्न भोजन बंद रहने के कारण बच्चों की उपस्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इस संबंध मे विद्यालय के छात्र अमरेश कुमार, मंजय कुमार, प्रतिमा कुमारी, विमलेश कुमार आदि ने बताया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक राधेश्याम चतुर्वेदी  कभी कभार ही विद्यालय आते हैं। विद्यालय मात्र एक पारा शिक्षक मुन्ना पासवान के भरोसे संचालित हो रहा है। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विजय ¨सह ने बताया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक राधेश्याम चतुर्वेदी द्वारा पूर्व में ही बेंच-डेस्क के लिए बीस हजार रूपये की निकासी कर राशि का गबन कर लिया गया। कहा कि राशि निकासी के लिए विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक नहीं की जाती और ना ही खर्च की गई राशि का ब्योरा बताया जाता है। बताया कि 24 अक्टूबर को विद्यालय में मध्याह्न भोजन शुरु करने के लिए राघेश्याम चतुर्वेदी द्वारा बीआरसी से 3 क्विंटल चावल और 30 किलोग्राम दाल का उठाव किया गया था। ¨कतु मात्र 2 क्विंटल चावल ही विद्यालय में लाया गया। दाल के अभाव में मध्याह्न भोजन नहीं चालू हो सका। प्रधानाध्यापक मनमानी करते हैं।

पक्ष

स्कूल में एमडीएम बंद होने की जानकारी नहीं है। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

राकेश कुमार, बीईईओ, केतार।

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