मेडिकल रिप्रजेंटेटिव के कर्मचारियों ने जंजीरों में जकड़कर हड़ताल का किया प्रदर्शन

मेडिकल रिप्रजेंटेटिव के सभी कर्मचारी बुधवार को हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों के द्वारा गांधी सेवा सदन स्थित रणधीर वर्मा चौक पर अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया गया। हड़ताल पर गए कर्मचारी अपने आप को जंजीर में जकड़े नजर आए।

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 04:10 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 04:10 PM (IST)
मेडिकल रिप्रजेंटेटिव के कर्मचारियों ने जंजीरों में जकड़कर हड़ताल का किया प्रदर्शन
मेडिकल रिप्रजेंटेटिव के सभी कर्मचारी बुधवार को हड़ताल पर हैं। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जासं, धनबाद : मेडिकल रिप्रजेंटेटिव के सभी कर्मचारी बुधवार को हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों के द्वारा गांधी सेवा सदन स्थित रणधीर वर्मा चौक पर अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया गया। हड़ताल पर गए कर्मचारी अपने आप को जंजीर में जकड़े नजर आए। बताया गया कि एफएमआरएआई महासंघ के आह्वाहन पर मेडिकल इंस्टिट्यूट के कर्मचारी हड़ताल पर गए है। कर्मचारियों ने बताया कि 44 श्रम कानूनों को रद्द करते हुए सरकार चार लेबर कोर्ट में लागू कर रही है। इसके विरोध में यह हड़ताल की गई है। इसके तहत सेल्स प्रमोशन इंप्लाइज एक्ट पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। यह लड़ाई आम नागरिकों के लिए भी है। क्योंकि दवा की जरूरत प्रत्येक परिवार में होती है। सभी वर्ग के लोगों की जरूरत है। यह बेहद ही जरूरतमंद चीज है। यह जीवन रक्षक भी है। उस पर सरकार टैक्स के जरिए मुनाफाखोरी कर रही है। 2016 से पहले 5 फीसदी दवा पर टैक्स लगती थी। लेकिन इस वक्त यह बढ़कर 12 फीसदी

कर दी गई है। सरकार लोगों को राहत देने की जगह पर उनका शोषण कर रही है।

प्राइवेट कंपनियां कर्मचारियों को 24 घंटे ट्रेकिंग कर रही है। जो पूरी तरह से गैर कानूनी है। ट्रैकिंग या निगरानी करना सरकार का काम है। प्राइवेट कंपनियां कानून का उल्लंघन करते हुए जीपीएस के जरिए कर्मचारियों पर 24 घंटे निगरानी रखने का काम कर रही है। दवा कानून की धारा सेक्शन ए का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। साथ ही बताया गया कि इस हड़ताल में धनबाद व झारखंड केमिस्ट एंड ड्रजिस्ट एसोसिएशन का भी पूरी तरह समर्थन मिला है।

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