कृषि को उद्योग का दर्जा देने की मांग, किसान संघ ने कहा- अनाज की दर निर्धारित करने का भी मिले अधिकार Dhanbad News

प्रगतिशील किसान संघ के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि आज भी भारत को कृषि प्रधान देश होने का गौरव प्राप्त है लेकिन यहां के किसानों की स्थिति बेहाल हैं।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Thu, 23 Jan 2020 11:47 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 11:47 PM (IST)
कृषि को उद्योग का दर्जा देने की मांग, किसान संघ ने कहा- अनाज की दर निर्धारित करने का भी मिले अधिकार Dhanbad News
कृषि को उद्योग का दर्जा देने की मांग, किसान संघ ने कहा- अनाज की दर निर्धारित करने का भी मिले अधिकार Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। प्रगतिशील किसान संघ ने कृषि को उद्योग का दर्जा देने की मांग की है। संघ के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि आज भी भारत को कृषि प्रधान देश होने का गौरव प्राप्त है। इसके बाद भी यहां के किसानों की स्थिति बेहाल हैं। ऐसी स्थिति में यदि कृषि को उद्योग का दर्जा मिलता है तो इसका सीधा फायदा किसानों को होगा और उनका जीवन स्तर सुधरेगा।

गुरुवार को कोला कुसुमा में आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कहा कि संघ की मांग है कि कृषि से जुड़े उद्योगों की स्थापना की जाए। ताकि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र से आज भी देश के करीब 60 फीसद आबादी जुड़ी है। सभी को इससे सीधे फायदा होगा। उन्होंने कहा कि अनाज की दर निर्धारित करने का अधिकार भी किसानों को ही दिया जाए, ताकि वे अपने लागत के आधार पर मुल्य निर्धारित कर सकें।

सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि खेतों में सिंचाई के लिए स्थानिय स्तर पर छोटे डैम व नहर का निर्माण हो। इससे किसानों को फसल की सिचाई में लाभ मिलेगा। साथ ही अब भूजल संरक्षण पर भी सरकार को विचार करना होगा। बाढ़, सूखा से किसानों को जो क्षति होती है उसकी भरपाई में देरी न हो। प्रसाद ने कहा कि उपरोक्त मांगों को लेकर संघ की ओर पूरे देश मे प्रउत दर्शन सिद्धांत को लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन की शुरूआत कर चुकी है। झारखंड में भी यह आंदोलन जल्द शुरू होगा।

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