Corona Politics: होम क्वारंटाइन पीएन सिंह ने उपवास कर सीएम पर बोला हमला, कहा-झारखंड में कोई सिस्टम नहीं

BJP का आरोप है कि हेमंत सरकार कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठा रही। कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने और प्रवासी मजदूरों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 22 Apr 2020 12:00 PM (IST) Updated:Wed, 22 Apr 2020 12:00 PM (IST)
Corona Politics: होम क्वारंटाइन पीएन सिंह ने उपवास कर सीएम पर बोला हमला, कहा-झारखंड में कोई सिस्टम नहीं
Corona Politics: होम क्वारंटाइन पीएन सिंह ने उपवास कर सीएम पर बोला हमला, कहा-झारखंड में कोई सिस्टम नहीं

धनबाद, जेएनएन। झारखंड प्रदेश भाजपा के निर्देश पर पार्टी के सांसद, विधायक, मेयर और बड़े नेताओं ने बुधवार को हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ एक दिवसीय उपवास किया। सभी सांसद, विधायक, मेयर और बड़े नेता अपने-अपने घरों में ही उपवास किया। होम क्वारंटाइन किए गए धनबाद के सांसद पीएन सिंह ने धनसार स्थित अपने आवास पर उपवास कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमला बोला। 

झारखंड प्रदेश भाजपा ने मंगवार को अपने सभी सांसद, विधायक, मेयर और बड़े नेताओं को राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ सांकेतिक आंदोलन के तहत अपने-अपने घरों पर एक दिवसीय उपवास करने का निर्देश दिया था। इसके बाद बुधवार को धनबाद में भी भाजपा का उपवास आंदोलन देखने को मिला। यह आंदोलन झारखंड सरकार पर कोरोना संकट से निपटने में सतही भूमिका निभाने और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए केंद्र सरकार पर लगाए जा रहे आरोप के खिलाफ था। सांसद पीएन सिंह ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेई  के चित्र पर  पुष्पांजलि कर  उपवास शुरू किया। 

लॉकडाउन के दाैरान सांसद पीएन सिंह दिल्ली से धनबाद पहुंचे थे। इस कारण वह होम क्वारंटाइन पर हैं। क्वारंटाइन के दाैरान ही सांसद ने उपवास किया। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर करारा हमला बोला। कहा-मुख्यमंत्री और उनके मंत्री केंद्र सरकार पर आरोप लगाना बंद करें। कोरोना से निपटने के लिए झारखंड सरकार के पास न तो विजन है और न ही इच्छाशक्ति। सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। इससे काम नहीं चलेगा। सरकार को आगे बढ़कर काम करना होगा। सिस्टम तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दूसरे राज्यों से सबक ले सकते हैं। वे कैसे कोरोना से लड़ रहे हैं। दूसरे राज्य केंद्र पर आरोप लगाने के बजाय कोरोना को पराजित करने के लिए सिस्टम तैयार कर लड़ाई लड़ रहे हैं। सांसद ने केंद्र सरकार द्वारा झारखंड को कोरोना से लड़ाई में केंद्र से आवंटित फंड के कागजात मीडिया को मुहैया कराते हुए कहा है-झारखंड को सिस्टम तैयार करने की जरूरत है। केंद्र सरकार फंड और संसाधान मुहैया करा सकती है। क्रियान्वयन की जिम्मेदारी झारखंड सरकार की है। सिंह ने कहा है कि सिर्फ प्रवासी मजदूरों को हजार-दो हजार रुपये देने से काम नहीं चलेगा। सरकार को हर गरीब और जरूरमंदों के साथ मध्य वर्ग के बारे में सोचना होगा। 

धनबाद नगर निगम के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने गार्डेन सिटी स्थित अपने आवास पर उपवास किया। अग्रवाल ने कहा है कि हेमंत सरकार कोरोनावायरस से निपटने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि झारखंड में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की सूची सरकार के पास है। उनके बैंक खाते में झारखंड सरकार पांच-पांच हजार रुपये हस्तांतरित करना चाहिए। 

धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने जगजीवन नगर स्थित अपने कार्यालय में उपवास किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए हेमंत सरकार के पास कोई प्लान नहीं है। 

सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो ने बलियापुर में अपने आवास पर हेमंत सरकार के खिलाफ सांकेतिक आंदोलन किया। उन्होंने कहा कि कोटा समेत विभिन्न शहरों में फंसे झारखंड के छात्रों को वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गंभीर नहीं हैं। 

निरसा की विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने पोद्दारडीह स्थित अपने आवास पर उपवास किया। उन्होंने गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले हर झारखंड के नागरिक के खाते में एक निश्चित राशि डालने की मांग की है। 


चिरकुंडा नगर परिषद के उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह भी सांकेतिक आंदोलन में शामिल हुए। उन्होंने बागानधाैड़ा स्थित आवास पर उपवास किया। 

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