देश में अमन-चैन के लिए काउंटर टेररिज्म एक्सपर्ट बने स्वप्निल
बोकारो आज के दौर में कई युवा बड़ी कंपनी या सरकारी संस्थान में नियोजन हासिल करने के
बोकारो : आज के दौर में कई युवा बड़ी कंपनी या सरकारी संस्थान में नियोजन हासिल करने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं। वहीं बोकारो के स्वप्निल किशोर देश में अमन-चैन एवं अपराधमुक्त समाज के निर्माण के लिए काउंटर टेररिज्म एक्सपर्ट बन गए। इन्होंने क्रिमिनिलाजी एवं साइबर सिक्योरिटी में भी विशेषज्ञता हासिल की है।
इन्होंने बेंगलुरु में कोवर्ट ओवर्ट इंटेलिजेंस साल्यूशंस, कोविंट्स कंपनी की स्थापना की है। इनकी कंपनी ने हैदराबाद की एक कंपनी के साथ अनुबंध किया है। यहां विभिन्न प्रकार के ड्रोन, एंटी ड्रोन रडार सिस्टम, क्राइम साइंस, काउंटर टेररिज्म, काउंटर इनसर्जेंसी, काउंटर इंटेलीजेंस, काउंटर सिक्योरिटी रिस्क एसेस्मेंट, क्रिटिकल सिक्योरिटी रिस्क जोन एसेस्मेंट, साइबर आपरेशंस, जियो पालिटिक्स, होमलैंड सिक्योरिटी, इंटरनेशनल रिलेशंस आदि पर शोध किया जा रहा है। कंपनी सुरक्षा एजेंसियों की सहायता की दिशा में काम कर रही है। इससे एक ओर जहां आतंकवाद व नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने की दिशा में काम हो सकेगा, वहीं दूसरी ओर अपराधमुक्त समाज के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा।
जामताड़ा के शातिर ठगों के मंसूबे पर पानी फेरने में भी होंगे कामयाब :
स्वप्निल ने क्रिमिनिलाजी व साइबर सिक्योरिटी में भी विशेषज्ञता हासिल की है। राज्य के जामताड़ा के कुछ शातिर ठग लोगों को चूना लगाते रहे हैं। वह इनके मंसूबे पर पानी फेरने में भी कामयाब होंगे। साथ ही आतंकवाद व नक्सलवाद पर लगाम लगाने में एजेंसियों को जरूरत के अनुरूप सहायता कर सकेंगे।
स्वप्निल ने बोकारो से स्कूली की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद गोस्सनर कालेज रांची से बीएससी की शिक्षा पूरी की। इनके पिता डा. एसके रवि चिकित्सक हैं। इन्होंने अलग क्षेत्र चयनित किया। 2007 में आइपी यूनिवर्सिटी दिल्ली से आर्गेनाइज्ड क्राइम, क्रिमिनिलाजी में एमएससी की। इसके बाद 2012-13 में इंटर डिसिप्लीनरी सेंटर हरजलिया, इजराइल से काउंटर टेररिज्म एंड साइबर टेररिज्म की शिक्षा में विशेषज्ञता हासिल की। इन्होंने नेशनल जूडिशियल एकेडमी, रांची में साइबर क्राइम एंड एविडेंस एनेलिसिस पर आख्यान दिया। वह सीएसएफआइ, अमेरिका के साइबर वेलफेयर डिविजन के सदस्य हैं। इन्होंने एकेडमी आफ इंवेस्टीगेशन एंड इंटेलीजेंस मैनेजमेंट की ओर से आयोजित सेमिनार व डिटेक्टिव ट्रेनिग कोर्स में विशेषज्ञ की भूमिका अदा की। इन्होंने राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी गांधीनगर में रिसोर्स पर्सन के रूप में क्रास बार्डर क्राइम्स एंड ज्वाइंट आपरेशंस पर विद्यार्थियों को जानकारी दी।
एंटी ड्रोन प्लेटफार्म किया जाएगा विकसित :
स्वप्निल ने कहा कि युवाओं को देश की सुरक्षा को लेकर भी सजग रहना चाहिए। इस क्षेत्र में भी शिक्षा ग्रहण करना चाहिए। इजराइल जैसे देश में ऐसा हो रहा है। कहा कि हैदराबाद में न्यूक्लियानिक्स कंपनी से एमओयू किया गया है। इसके साथ मिल कर एंटी ड्रोन प्लेटफार्म विकसित किया जा रहा है। साथ ही रक्षा उपकरण बनाने की दिशा में भी काम हो रहा है। केमिकल, बायोलाजिकल, रेडियोलाजिकल, न्यूक्लियर एवं एक्सप्लोसिव डिटेक्टर से संबंधित उपकरण भी बनाया जा रहा है। उपकरण हवा में वायरस की पहचान करने वाले डिटेक्टर को भी विकसित किया जा रहा है।
इसके अलावा अमेरिका की कंपनी अजाइल ग्रुप से भी अनुबंध किया गय है। इसके साथ साइबर साल्यूशन पर काम हो रहा है। बैंक, हास्पीटल के अलावा विभिन्न निजी व सरकारी संस्थानों पर इसके माध्यम से साइबर क्राइम पर पूरी तरह रोक लगाया जा सकता है।