तीन कंपनियों के सैनिटाइजर गुणवत्ता पर खरे नहीं

राजेश शर्मा ऊना सैनिटाइजर बनाने वाली तीन कंपनियों के सैंपल गुणवत्ता के आधार पर ठीक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 07:56 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 06:15 AM (IST)
तीन कंपनियों के सैनिटाइजर गुणवत्ता पर खरे नहीं
तीन कंपनियों के सैनिटाइजर गुणवत्ता पर खरे नहीं

जागरण संवाददाता, ऊना : सैनिटाइजर बनाने वाली तीन कंपनियों के सैंपल गुणवत्ता के आधार पर ठीक नहीं पाए गए हैं। कोरोना महामारी के दौर में लॉकडाउन के दौरान लिए यह सैंपल फेल पाए गए हैं। चंडीगढ़, बद्दी और ऊना की तीन कंपनियों के सैंपल इसमें शामिल हैं। यह कंपनियां हिमाचल, पंजाब, हरियाणा आदि साथ के राज्यों में सैनिटाइजर उपलब्ध करवी रही थीं। अब इन कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भेजने की तैयारी है। साथ ही बाजार में उपलब्ध उस बैच का स्टाक भी हटाने को कहा गया है।

उधर, ऐसे सैंपल फेल होने के बाद ऊना की सैनिटाइजर उत्पादन तैयार करने वाली दो कंपनियों में दबिश देकर सैंपल भरे गए हैं।

कोरोना महामारी के दौर में अचानक सैनिटाइजर की डिमांड बढ़ गई थी। इस बीच कुछ लोकल ब्रांड के सैनिटाइजर भी बाजार में पहुंच गए थे यहां तक कि कुछ लोग तो मेडिकल स्टोर पर थैलों में सैनिटाइजर की खेप लेकर बेचने पहुंचने लगे थे। इस गोरखधंधे को बंद करने के मकसद से दवा नियंत्रण विभाग ने हिमाचल में सैनिटाइजर के सैंपल भरने की प्रक्रिया शुरू की थी।

ऊना जिला में विभाग की टीम ने करीब 18 सैंपल बाजार से भरे गए थे। यह स्टाक कई दुकानों में भारी मात्रा में उपलब्ध था। इस बीच जांच में जिस बैच का स्टाक से सैंपल लिया गया था वह मानकों के अनुरूप सही नहीं पाया गया है। ऐसे में इन कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। साथ ही इन कंपनियों से वर्तमान में तैयार किए जा रहे स्टाक की भी जांच की जा रही है और उसके भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।

ड्रग इंस्पेक्टर विकास ठाकुर व पंकज ने बताया कि कोरोनाकाल के शुरुआत दौर में यह सैंपल बाजार व उत्पादन स्थल से लिए गए थे। इसमें तीन कंपनियों के सैंपल गुणवत्ता की कसौटी पर सही नहीं पाए गए हैं।

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कुछ कंपनियों के सैनिटाइजर के सैंपल फेल हुए हैं। यह जानकारी मिलने के बाद उनके खिलाफ उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जो कंपनियां ऐसी हैं उनके सैंपल लेकर फिर से जांच के लिए भेजे गए हैं। फील्ड स्टाफ को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

-आशीष रैना, सहायक दवा नियंत्रक।

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