डीसी ने शंभू बाईपास पर पार्किग के लिए देखी जगह

ट्रैफिक जाम की जद में रहने वाले शंभू बाईपास पर पार्किंग के लिए मंदिर न्यास गंभीर हो गया है। मंदिर न्यास की बैठक के उपरांत मंदिर आयुक्त व जिला उपायुक्त संदीप कुमार ने मंदिर न्यासियों की उपस्थिति में शंभू बाईपास पर पार्किंग निमरण के लिए जगह का मुआयना किया। हालांकि जमीन को फाइनल नहीं किया गया है लेकिन अगर भू-मालिक न्यास की शर्तो को मान लेते हैं तो न्यास जगह खरीद कर यहां पार्किंग का निमरण कर सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Jul 2019 05:41 PM (IST) Updated:Wed, 03 Jul 2019 06:38 AM (IST)
डीसी ने शंभू बाईपास पर पार्किग के लिए देखी जगह
डीसी ने शंभू बाईपास पर पार्किग के लिए देखी जगह

संवाद सहयोगी, चितपूर्णी : ट्रैफिक जाम की जद में रहने वाले शंभू बाईपास पर पार्किग के लिए मंदिर न्यास गंभीर हो गया है। मंदिर न्यास की बैठक के उपरांत मंदिर आयुक्त व जिला उपायुक्त संदीप कुमार ने मंदिर न्यासियों की उपस्थिति में शंभू बाईपास पर पार्किग निर्माण के लिए जगह का मुआयना किया। हालांकि जमीन को फाइनल नहीं किया गया है, लेकिन अगर भू-मालिक न्यास की शर्तों को मान लेते हैं तो न्यास जगह खरीद कर यहां पार्किग का निर्माण कर सकता है।

दरअसल इस स्थान पर ट्रैफिक जाम लगना आम बात है। रविवार और संक्रांति के दिनों में तो कई घंटे तक जाम लगा रहता है। इससे रूट की बसें भी प्रभावित होती हैं तथा श्रद्धालुओं के साथ आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए मंदिर न्यास ने पहले भी जमीन देखी थी और स्थान को भी चयनित कर लिया था, लेकिन जमीन मालिकों का विवाद कोर्ट में चला गया और मामला लटक गया। अब मंदिर प्रशासन ने इस संदर्भ में नए सिरे से कवायद शुरू कर दी है। शंभू बाईपास के समीप काफी जगह खाली पड़ी है। इस जमीन के मालिक इस भूमि को बेचने को भी तैयार बताए जा रहे हैं, लेकिन जमीन का फ्रंट कम होने से न्यास फिलहाल इस बारे में अंतिम निर्णय लेने से बच रहा है। अगर मालिक जमीन का अगला हिस्सा ज्यादा देते हैं तो ही सैकड़ों वाहनों को पार्क करने की व्यवस्था हो सकती है।

मंदिर न्यास के एसडीओ आरके जसवाल ने बताया कि न्यास की अगली बैठक में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

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धार्मिक संस्थाओं के प्रबंधकों से भी हुई चर्चा

मंदिर आयुक्त ने सोमवार शाम को धार्मिक संस्थाओं के प्रबंधकों से भी सावन अष्टमी मेलों पर चर्चा की। उपायुक्त संदीप कुमार ने कहा कि बेशक धार्मिक संस्थाएं मेले में पुण्य का काम करती हैं, लेकिन गंदगी न फैलाई जाए और खुले में लंगर भी न लगाए जाएं। विशेष रूप से प्लास्टिक व थर्मोकोल से बनी सामग्री का प्रयोग न किया जाए। ऐसा करने वाले प्रबंधकों के खिलाफ इस बार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, लंगर प्रबंधकों का कहना था कि मेले में पेयजल की कमी से उन्हें परेशान होना पड़ता है और समय-समय पर पानी के टैंकर भेजने की व्यवस्था की जाए। इस पर न्यास के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भीड़ न होने पर टैंकर भेजे जाएंगे।

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