आयुर्वेद घोटाले की होगी विजिलेंस जाच

आयुर्वेद विभाग में महंगे उपकरण खरीदने में हुए गड़बड़झाले की सरकार विजलेंस जांच करवाएगी। इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 09:35 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 06:18 AM (IST)
आयुर्वेद घोटाले की होगी विजिलेंस जाच
आयुर्वेद घोटाले की होगी विजिलेंस जाच

प्रकाश भारद्वाज, शिमला

आयुर्वेद विभाग में महंगे उपकरण खरीदने में हुए गड़बड़झाले की सरकार विजिलेंस जाच करवाएगी। प्रदेश सरकार ने इस मामले की विजिलेंस जाच के आदेश जारी कर दिए हैं। हमीरपुर दौरे से शिमला लौटने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मामले में अहम बैठक की।

मुख्यमंत्री ने इस मामले में अब तक हुई विभागीय जाच से असंतुष्टि जताई। उन्होंने अधिकारियों को इस मामले की विजिलेंस जाच करवाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने मामले को विजिलेंस जाच के लिए सौंपे जाने से पहले अधिकारियों से अभी तक की गई जाच की रिपोर्ट मागी। बैठक में मुख्य सचिव डॉ. श्रीकात बाल्दी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू और सचिव आयुर्वेद अभिताभ अवस्थी उपस्थित थे। अभी तक नहीं निकला निष्कर्ष आयुर्वेद घोटाले पर सरकार अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है। हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र नौ दिसंबर से शुरू होगा। ऐसे में विपक्ष इस मामले को बड़ा मुद्दा न बनाए, इसे देखते हुए सरकार ने इस मामले की विजिलेंस जाच करवाने के आदेश जारी कर दिए हैं ताकि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। दैनिक जागरण ने उठाया था मामला आयुर्वेद विभाग में गड़बड़झाले का मामला दैनिक जागरण ने उजागर किया था। इस संबंध में इस साल 23 जून से सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित किए गए। आयुर्वेद विभाग में कुछ अधिकारियों ने बाजार से महंगी दरों पर उपकरण खरीदे थे। करीब 2.25 करोड़ रुपये का हेड बदल कर इसे चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया। हथकरघा एवं हस्तशिल्प निगम का रेट कांट्रेक्ट बनाया गया मगर चिकित्सा उपकरणों की खरीद जैम पोर्टल से की गई।

यह मामला सरकार के ध्यान में आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने तीन डॉक्टरों को निलंबित किया था। तकनीकी कमेटी को निलंबित कर दिया गया था। इस कमेटी में डॉ. तेजस्वी विजय आजाद, डॉ. शैली बंसल व डॉ. केडी शर्मा शामिल थे। आयुर्वेद विभाग के तत्कालीन निदेशक संजीव भटनागर को भी पद से हटा दिया गया था। इससे पूर्व जैम पोर्टल संचालित करने वाले वरिष्ठ सहायक राजेश कुमार कौशल को एक दिन के लिए निलंबित किया गया था। इस मामले में संजीव भटनागर, डॉ. तेजस्वी विजय आजाद, डॉ. शैली बंसल, डॉ. केडी शर्मा और राजेश कुमार कौशल को चार्जशीट किया गया है। अब सरकार से मंजूरी मिलने के बाद विजिलेंस भी जल्द इस मामले की प्रारंभिक जाच शुरू करेगी।

chat bot
आपका साथी