स्कूलों में अब बच्चे पढ़ेंगे टेलरिंग, ब्यूटिशियन व इलेक्ट्रिशियन का पाठ

हिमाचल के सरकारी स्कूलों में अब बच्चे अन्य विषयों की पढ़ाई के साथ टेलरिंग व ब्यूटिशन का पाठ भी पढ़ेंगे। इस सेंबंध में योजना तैयार कर ली गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 May 2018 07:55 PM (IST) Updated:Fri, 18 May 2018 07:55 PM (IST)
स्कूलों में अब बच्चे पढ़ेंगे टेलरिंग,
ब्यूटिशियन व इलेक्ट्रिशियन का पाठ
स्कूलों में अब बच्चे पढ़ेंगे टेलरिंग, ब्यूटिशियन व इलेक्ट्रिशियन का पाठ

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल के सरकारी स्कूलों में अब बच्चे अन्य विषयों की पढ़ाई के साथ टेलरिंग, ब्यूटिशियन, इलेक्ट्रिशियन सहित मल्टी स्किल पाठ पढ़ेंगे। प्रदेश सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशालय द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस प्रस्ताव को नई दिल्ली में छह जून को होने वाली प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (पेब) की बैठक में पेश किया जाएगा। माना जा रहा है कि उसी दिन इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी।

प्रस्ताव के अनुसार 500 स्कूलों में नए वोकेशनल कोर्स शुरू किए जाएंगे। अभी प्रदेश के 873 स्कूलों में वोकेशनल कोर्स को शुरू किया गया है जहां 11 ट्रेड पढ़ाए जा रहे हैं। इन स्कूलों में टेलरिंग, ब्यूटिशयन व इलेक्ट्रिशियन का कोर्स शुरू नहीं किया गया है। ब्यूटिशियन ट्रेड अधिकतर कन्या विद्यालयों में ही शुरू करने की योजना है ताकि इस कोर्स से अधिक से अधिक छात्राओं को लाभ मिल सके। वहीं, प्रदेश के 300 स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू होंगी। इस संबंध में भी सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने प्रस्ताव तैयार किया है। प्री नर्सरी उन स्कूलों में शुरू की जाएगी, जहां पर आंगनबाड़ी स्कूल के परिसर में चल रही हैं और जिन स्कूलों में स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा अपने स्तर पर प्री नर्सरी कक्षा शुरू की गई है। प्रदेश में ऐसे आंगनबाड़ी की संख्या 3500 के करीब है जो स्कूलों के साथ अटैच हैं। वहीं, 300 स्कूल ऐसे हैं जहां पर स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा अपने स्तर पर प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू की गई हैं। केंद्र से प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो प्री नर्सरी को पढ़ाने के लिए शिक्षकों को आउटसोर्स के माध्यम से तैनात किया जाएगा जिनके वेतन का खर्च केंद्र सरकार देगी। आंगनबाड़ी में तैनात कर्मियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें ही प्री नर्सरी कक्षाओं में तैनात किया जाएगा।

प्री नर्सरी कक्षाएं और नए वोकेशनल कोर्स शुरू करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इस पर काम शुरू होगा।

आशीष कोहली, परियोजना निदेशक, राज्य एसएसए निदेशालय

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