दरें घटेंगी या नहीं फैसला 25 को

राजधानी के पेयजल उपभोक्ताओं को पानी के भारी भरकम बिलों से राहत दिलाने के लिए नगर निगम प्रशासन को बदलाव करना होगा। न्यू मर्ज एरिया के लोगों को घटी हुई पानी की दरों पर फैसला 25 सितंबर को अगली बीओडी की बैठक में होगा। एसजेपीएनएल के निदेशक मंडल की बैठक में वीरवार को शहर के मेयर डिप्टी मेयर और आयुक्त ने पार्षदों और शहर की समस्याओं को रखा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Sep 2019 08:28 PM (IST) Updated:Sat, 14 Sep 2019 06:40 AM (IST)
दरें घटेंगी या नहीं फैसला 25 को
दरें घटेंगी या नहीं फैसला 25 को

जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी के पेयजल उपभोक्ताओं को पानी के भारी भरकम बिलों से राहत मिलने की आस जगी है। न्यू मर्ज एरिया के लोगों को घटी हुई पानी की दरें मिलेंगी या नहीं इसका फैसला 25 सितंबर को अगली बीओडी की बैठक में होगा।

एसजेपीएनएल (शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड) के निदेशक मंडल की बैठक में वीरवार को शहर के मेयर, डिप्टी मेयर और आयुक्त ने पार्षदों और शहर की समस्याओं को रखा। मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी की अध्यक्षता में बैठक हुई। उन्होंने निर्देश दिए कि कंपनी नगर निगम के साथ बैठक कर इसका समाधान निकाले। 25 सितंबर की बीओडी में इसे मंजूरी के लिए लाया जाएगा। नगर निगम में 2006 में शामिल किए गए न्यू मर्ज एरिया के क्षेत्रों के पानी की घरेलू दरें लेने पर भी फैसला अगली बीओडी की बैठक में होगा। न्यू मर्ज एरिया को निगम का हिस्सा बनाए जाने के बावजूद उन्हें कामर्शियल दरों पर ही पानी दिया जाता है। शहर में पानी की कामर्शियल दरें 45 रुपये प्रति हजार लीटर तो घरेलू दरें 16 रुपये प्रति हजार लीटर है। न्यू मर्ज एरिया के पार्षद सभी उपभोक्ताओं के लिए घरेलू दरें या फिर दोनों के बीच में कोई नई पानी की दर तय की जाए, इससे लोगों को राहत मिल सके।

--------------

पंथाघाटी मेहली में बिछेगी सीवरेज लाइन

बैठक में पंथाघाटी और मेहली क्षेत्र के लिए सीवरेज लाइन को मंजूर किया है। इसके बाद शहर का यह क्षेत्र इस सुविधा से जुड़ जाएगा। शहर का पॉश एरिया होने के बावजूद यहां पर अभी तक सीवरेज सुविधा नहीं थी।

-----------

मल्याणा के ट्रीटमेंट प्लांट का होगा अपग्रेडशन

शहर में पीलिया का कारण बन चुके मल्याणा ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड करने का फैसला लिया है। इससे प्लांट की क्षमता बढ़ाने के साथ इसकी तकनीक में भी सुधार किया जाना प्रस्तावित है। इससे राजधानी को काफी राहत मिल सकेगी।

-----------------

निगम को कंपनी को देनी होगी हर रिपोर्ट, अधिकारियों को दिए निर्देश

नगर निगम के पार्षदों को सबसे ज्यादा परेशानी थी कि पानी न आने पर लोग उन्हें पूछते हैं, लेकिन कंपनी की ओर से पार्षदों को जवाब नहीं दिया जाता है। अब फैसला लिया है निगम की ओर से जो भी जानकारी मांगी जाएगी, उसकी जानकारी निगम को देनी होगी।

----------

संजौली सुरंग से नवबहार तक मिले 24 घंटे पानी

बैठक में शहर के उप-नगर संजौली सुरंग के निचले हिस्से से लेकर नवबहार तक की आबादी को 24 घंटे पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर चर्चा हुई। सरकार चाहती है कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू होने वाली इस परियोजना को सफलता से आगे बढ़ाया जाए। जब पानी की सप्लाई शुरू होगी तो प्रत्येक घर की छत पर लगी सभी टंकियां हटाई जाएंगी। निगम प्रशासन पानी की स्टोरेज को बंद करेगा। इसके साथ-साथ तत्तापानी में सतलुज से उठाए जाने वाले पानी के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएं। मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी का सुझाव था कि नियम सरल बनाए जाएं, ताकि दूसरी कंपनियां भी इसमें भाग ले सकें। बैठक में आइपीएच विभाग सचिव डॉ. आरएन बत्ता, शहरी विकास सचिव सी पाल रासु, निगमायुक्त पंकज रॉय, महापौर कुसुम सदरेट, उपमहापौर राकेश शर्मा, शिमला जल प्रबंधन निगम के मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र गिल के अतिरिक्त स्वतंत्र निदेशक दिग्गविजय सिंह चौहान व सेवानिवृत मुख्य अभियंता सिचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग राकेश कुमार मल्होत्रा भी शामिल हुए।

-------------

शुद्ध पेयजल के लिए लगेंगे यूवी फिल्टर

बैठक में शहर के भीतर स्थित एसटीपी में सुधार करने का निर्णय लिया गया, ताकि आसपास पेयजल स्त्रोत दूषित न हों। शहर में लोगों के घरों को शुद्ध पेयजल प्राप्त हो इसके लिए यूवी फिल्टर लगेंगे।

chat bot
आपका साथी