पर्ची काउंटर की भीड़ खतरे की घंटी

दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (रिपन) में मरीजों और तीमारदारों की आवाजाही बढ़ गई है। पर्ची काउ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Mar 2021 04:53 PM (IST) Updated:Fri, 26 Mar 2021 04:53 PM (IST)
पर्ची काउंटर की भीड़ खतरे की घंटी
पर्ची काउंटर की भीड़ खतरे की घंटी

दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (रिपन) में मरीजों और तीमारदारों की आवाजाही बढ़ गई है। पर्ची काउंटर से लेकर कोरोना टेस्ट के लिए लोगों की संख्या बढ़ती दिखी। इसके बावजूद लोग अस्पताल में मास्क पहन कर तो आ रहे हैं, लेकिन अपनी बारी जल्द आने के चक्कर में शारीरिक दूरी के नियम को भूल रहे हैं। रिपन अस्पताल में शुक्रवार को यही हालत दिखी।

अस्पताल में लोग कोरोना के खिलाफ जागरूक तो हैं, लेकिन एक-दूसरे को धक्का मारकर आगे निकलने की होड़ में नियमों की अनेदखी कर रहे हैं। इससे संक्रमण के दोबारा फैलने की आशंका बढ़ रही है। ओपीडी से लेकर कोरोना टेस्ट के स्थान के बाहर तक ऐसी ही स्थिति देखने को मिली। सरकार ने कोरोना संक्रमण के चलते सख्ती करने के निर्देश दिए हैं और नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।

प्रस्तुति : जागरण संवाददाता, शिमला। शिमला में लगातार बढ़ रहे मामले

शिमला में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इसलिए सरकार ने लोगों को निर्देश दिए हैं कि वैक्सीन के साथ कोरोना के नियमों का पालन करें। अस्पताल को तो मास्क के साथ शारीरिक दूरी दोनों का ही सख्ती से पालन करवाने की जरूरत है। अस्पताल अन्य संस्थानों के लिए मॉडल बन सकते हैं। नो मास्क नो सर्विस अभियान लागू

रिपन अस्पताल में नो मास्क नो सर्विस अभियान के तहत विशेष व्यवस्था की गई थी। मेडिसिन ओपीडी के भीतर डाक्टर मास्क पहनकर व उचित शारीरिक दूरी बनाते हुए मरीज की जांच कर रहे हैं। ओपीडी में एक कर्मी की ड्यूटी अन्य मरीजों के बीच उचित शारीरिक दूरी के साथ खड़े होने की व्यवस्था बनाने के लिए लगाई गई थी।

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