हेलीपैड निर्माण का मलबा जंगल में फेंका, 11 पेड़ ढहे

संजौली ढली बाइपास में बन रहे हैलीपेड के निर्माण कार्य का मलबा साथ ही के जंगल में खुलेआम ठेकेदार ने फैंक दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Apr 2019 09:20 PM (IST) Updated:Thu, 18 Apr 2019 09:20 PM (IST)
हेलीपैड निर्माण का मलबा जंगल में फेंका, 11 पेड़ ढहे
हेलीपैड निर्माण का मलबा जंगल में फेंका, 11 पेड़ ढहे

जागरण संवाददाता, शिमला : संजौली-ढली बाईपास में हेलीपैड के निर्माण कार्य का मलबा साथ ही जंगल में फेंक दिया है। इससे 11 पेड़ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हैरानी है कि साइट के साथ ही अवैध डंपिंग होती रही और वन विभाग को इसके बारे में तब पता चला, जब कई टिप्पर वहां पर ठेकेदार ने फेंक दिए थे। कुछ दिन पहले ही फॉरेस्ट गार्ड को सूचना मिली तो उसने अपने आला अधिकारी को बताया। इसके तुरंत बाद ढली पुलिस थाना में शिकायत की गई। शिकायत में ये नहीं बताया कि कितने पेड़ों को नुकसान पहुंचा। सूत्रों के मुताबिक दो दिन बाद दोनों पक्ष थाने पहुंच गए और समझौता करना चाहा। पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट बना दी थी। समझौते की बात वन विभाग के अधिकारी ने आला अधिकारी को बताई तो आला अधिकारी ने ऐसे मामलों में समझौता नहीं होने की जानकारी दी। वर्ष 2016 में हाईकोर्ट के फैसले से ऐसा हुआ है। इसके बाद दोबारा वन विभाग का अधिकारी ढली थाना पहुंचा और एफआइआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने वीरवार को मौके पर जानकारी जुटाई। पुलिस की जांच में सामने आया कि 11 पेड़ों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है।

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सरकारी कार्य में टूट रहे नियम

इस मामले से साफ जाहिर हो रहा है कि सरकारी कार्य में नियमों का उल्लघंन हो रहा है। पर्यटन निगम एडीबी की फंडिग से हेलीपैड बनवा रहा है। इसका काम लोक निर्माण विभाग के माध्यम से ठेकेदार कर रहा है। हेलीपैड वन विभाग की भूमि पर बन रहा है, लेकिन डंपिंग करने के लिए जगह वन विभाग ने नहीं दी है। अभी तक वन विभाग ने अपने फील्ड स्टाफ पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

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ये है प्रोजेक्ट

शिमला शहर में पहले हेलीपैड का निर्माण कार्य शुरू हुआ है। पर्यटन विकास निगम ने इसके लिए ई-टेंडर आमंत्रित किए थे। सिटी हेलीपैड बनाने पर करीब 11 करोड़ रुपये खर्च होंगे। ढली-संजौली बाईपास पर 15 बीघा भूमि पर हेलीपैड बनेगा। हेलीपैड बनने के बाद शिमला में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और इसका इस्तेमाल व्यवसायिक हवाई सेवा के लिए भी किया जाएगा। सिटी हेलीपैड बनाने के बाद अन्नाडेल और कल्याणी हेलीपैड पर निर्भरता खत्म हो जाएगी। सिटी हेलीपैड पर आने-जाने वालों के लिए कैफेटेरिया की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा वेटिंग रूम, पार्किंग और स्वागत कक्ष का भी निर्माण होगा।

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हमें शिकायत मिली थी। मौके का दौरा किया था, मलबा फेंका था। कुछ पेड़ों को नुकसान हुआ है। रिपोर्ट बनाकर ढली थाने में दी है। हमने डीआर नहीं काटी है। विभाग के स्तर पर जो कार्रवाई करनी थी, वो की जा रही है।

-सुशील राणा, डीएफओ।

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कुछ दिन पहले आरओ शिकायत थाने में दे गए थे, लेकिन तीन दिन बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया। हमने मामले की क्लोजर रिपोर्ट बना दी, लेकिन आरओ फिर से थाने में आए कि इस मामले में एफआइआर ही दर्ज करवानी है। वीरवार को पुलिस की टीम मौैके पर गई थी। पैमाइश की है, उसी के बाद मुकदमा दर्ज होगा।

-ओमापति जम्वाल, एसपी शिमला।

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मुझे मामले की जानकारी नहीं है, लेकिन मौके पर जेई भेजकर जानकारी जुटाई जाएगी।

-पंकज राय, नगर निगम आयुक्त शिमला।

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