वन निगम के कर्मियों की बल्ले-बल्ले, कर्मचारियों को कई सैगातों का एलान

वन विभाग के कर्मचारियों को कई सौगातों का एलान किया गया है निगम ने आठ साल में पहली बार 98 लाख रुपये का लाभ अर्जित किया है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Fri, 20 Sep 2019 09:38 AM (IST) Updated:Fri, 20 Sep 2019 09:38 AM (IST)
वन निगम के कर्मियों की बल्ले-बल्ले, कर्मचारियों को कई सैगातों का एलान
वन निगम के कर्मियों की बल्ले-बल्ले, कर्मचारियों को कई सैगातों का एलान

शिमला, राज्य ब्यूरो। कर्मचारियों को वन निगम के निदेशक मंडल (बीओडी) की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। कर्मचारियों को कई सौगातें दी गई हैं। निगम के 1700 कर्मियों को तीन फीसद महंगाई भत्ता (डीए) देने का निर्णय हुआ है। निगम ने आठ साल में पहली बार 98 लाख रुपये का लाभ अर्जित किया है। ऐसा कड़े आर्थिक उपायों के कारण संभव हुआ है। बीओडी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार ने गिरे व सूखे पेड़ों के लिए जुलाई 2018 में नई नीति बनाकर इसे प्रभावी तरीके से लागू किया।

अब गैर किफायती समझे जाने वाले हजारों पेड़ों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। ऐसे पेड़ों का उपयोग टीडी, सरकारी भवनों, चिड़ियाघरों व वन निगम की फर्नीचर वर्कशॉप में किया जाएगा। ऐसा कर वन निगम की गैर किफायती लकड़ी का सही उपयोग हो पाया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में वन निगम की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।

निगम का घाटा जो वर्ष-2016-17 में 3443 लाख रुपये था, वर्ष 2018 में घटकर 1658 लाख रुपये रह गया है। नाहन व बिलासपुर तारपीन कारखनों का जीर्णोद्वार किया जा रहा है। इसके लिए राशि की क्षमता बढ़ाकर 65 लाख रुपये कर दी है। बिरोजा तथा तारपीन के तेल की बिक्रय दरों का युक्तीकरण कर इस वर्ष 4262 लाख रुपये का बिरोजा व तारपीन का तेल बेचा गया है। इन सुधारों के कारण वन निगम ने 2804 लाख रुपये की रॉयल्टी अदा की है जो वर्ष 2017 की तुलना में 2300 लाख रुपये अधिक है। बैठक में उपाध्यक्ष सूरत नेगी, विशेष सचिव वित्त एवं निदेशक डीडी शर्मा, निदेशक के एस ठाकुर, हिमपाल सिंह राणा, विनय कुमार, राम कुमार, देवेंद्र्र सिंह, नरेश चंद व प्रबंध निदेशक बीडी सुरयाल उपस्थित थे। 

कर्मचारियों को तोहफा

वन निगम ने कर्मचारियों को तोहफा दिया है। निगम ने 214 सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 805 लाख रुपये का अवकाश नगदीकरण (लीव एन कैशमेंट) व 196 सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 3334 लाख रुपये ग्रेच्युटी दी है। कुछ वर्षों से वन निगम के घाटे के कारण इसे नहीं दिया गया था। इसके अतिरिक्त कर्मचारियों का 600 लाख रुपये अंतरिम राहत प्रदान कर दी गई है। नाहन की रोसिन और तारपीन फैक्टरी में नियुक्त कोलमैन और फायरमैन की प्रोत्साहन राशि 25 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये प्रतिदिन की गई है। निगम में कर्मियों की कमी को ध्यान में रखते हुए चार सेवानिवृत्त अधिकारियों को निगम के कार्य के लिए नियुक्त किया जाएगा।

 पेट्रोल और डीजल का मिला विकल्प, अब सस्ते में सरपट दौड़ेंगे वाहन

Iron deficiency : क्या खाएं की दूर हो जाये आयरन की कमी

chat bot
आपका साथी