राजधानी में टायफाइड के आठ मामले आए सामने

राजधानी शिमला के डीडीयू में नए साल पर टायफाइड के मामले सामने आए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 03:21 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jan 2020 06:14 AM (IST)
राजधानी में टायफाइड के आठ मामले आए सामने
राजधानी में टायफाइड के आठ मामले आए सामने

जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला के दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल में टायफाइड के आठ मामले सामने आए हैं। डीडीयू अस्पताल में इलाज के लिए लाए गए दो से 10 साल के बच्चों में टायफाइड के लक्षण पाए गए गए हैं। एक हफ्ते में अस्पताल में करीब आठ मामले सामने आए हैं। डॉक्टरों का मानना है कि बिगड़े हुए खानपान की वजह से बच्चों में टायफाइड की समस्या देखी जा रही है। टायफाइड साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया से होता है। यह बैक्टीरिया पानी और खाने के जरिए शरीर के अंदर जाकर बीमार कर देता है।

रिपन अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश राणा ने बताया कि सर्दियों के मौसम में बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। घर पर साफ-सफाई रखें। टायफाइड में तेज बुखार आता है, जो कई दिन तक बना रहता है। यह बुखार कम-ज्यादा होता रहता है, लेकिन सामान्य नहीं होता। ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं, जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। ये हैं टायफाइड के लक्षण

सिरदर्द, बार-बार बुखार आना, शरीर में दर्द, बिगड़ी हुई भूख, जी मिचलाना, दस्त और कब्ज, पेटदर्द, कफ रहना, अधिक सर्दी लगना सहित थकान व लंबी सांस लेना टायफाइड के मुख्य लक्षण हैं। ऐसे करें बचाव

बच्चों में खाना खाने से पहले और शौच जाने के बाद हाथ धोने की आदत डालें। बच्चों को बाहर के खाने से दूर रखें। घर पर बना ताजा खाना ही खिलाएं। सीजनल फल व सब्जियां खिलाएं। शरीर के खुले अंगों हाथ, कान, सिर, पैर को पूरा कवर करके ही घर से बाहर भेजें। बच्चों को उबला हुआ पानी ही पिलायें। घर पर अगर कोई रोगी है तो बच्चों को उसके पास न बैठाएं।

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