आलोचना की बजाय काम को प्राथमिकता दें शिक्षक नेता : गोविंद

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी के

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:19 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:19 PM (IST)
आलोचना की बजाय काम को प्राथमिकता दें शिक्षक नेता : गोविंद
आलोचना की बजाय काम को प्राथमिकता दें शिक्षक नेता : गोविंद

जागरण संवाददाता, शिमला : शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने शिक्षण संस्थानों को पहली मई तक के लिए बंद किया है। बोर्ड परीक्षाएं भी इसलिए स्थगित की गई हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक नेता सरकार के आदेश की आलोचना करने की बजाय अपने काम को प्राथमिकता दें।

प्रदेश सचिवालय शिमला में पत्रकारों से बातचीत में गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है। कुछ शिक्षक नेताओं ने परीक्षाओं को स्थगित करने का विरोध किया है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। यह संकट का समय है, कोरोना के इस दौर में सभी से सहयोग की उम्मीद है और सरकार के फैसले का भी सभी को समर्थन करना चाहिए। दसवीं और जमा दो की परीक्षाएं स्थगित करने का राजकीय अध्यापक संघ ने विरोध किया था। विरोध करने वाले तीन शिक्षक नेताओं को सरकार ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।

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फैसलों की मंत्रिमंडल में होगी समीक्षा

शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों और गैर शिक्षकों को कब से स्कूल बुलाया जाएगा, परीक्षाएं कैसे होंगी, इस पर 22 अप्रैल को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा। शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और अन्य लोगों से भी सुझाव विभाग ने मांगे हैं।

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उपायुक्त और उपनिदेशक से करें शिकायत

गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि निजी स्कूलों की मनमानी फीस पर नियंत्रण करने के लिए सरकार बिल लाएगी। इसमें कई तरह के कानूनी प्रविधान किए जा रहे हैं। यदि कोई निजी स्कूल मनमाने तरीके से फीस वसूल रहा है तो उसकी शिकायत उपायुक्त और जिला के शिक्षा उपनिदेशक को कर सकते हैं। कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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