सेना के पराक्रम व शहादत पर सियासत न करें शिक्षा मंत्री : मुकेश

प्रतिपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज को सलाह दी है कि वह सेना के पराक्रम और शहादत पर सियासत न करें। उन्होंने कहा कि मंत्री देश की सुरक्षा के मामले में कांग्रेस का विरोध करने की मानसिकता से बाहर आएं और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए देश में एकजुटता रखने की भावना से काम करें। यहां जारी बयान में उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा हालात में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह राष्ट्रीय एकता अखंडता को सर्वोच्च मानते हुए देश की सेनाओं एवं राष्ट्र के साथ खड़ी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Feb 2019 09:20 PM (IST) Updated:Thu, 28 Feb 2019 09:20 PM (IST)
सेना के पराक्रम व शहादत पर सियासत न करें शिक्षा मंत्री : मुकेश
सेना के पराक्रम व शहादत पर सियासत न करें शिक्षा मंत्री : मुकेश

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रतिपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज को सलाह दी है कि वह सेना के पराक्रम और शहादत पर सियासत न करें। उन्होंने कहा कि मंत्री देश की सुरक्षा मामले में कांग्रेस का विरोध करने की मानसिकता से बाहर आएं और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए देश में एकजुटता रखने की भावना से काम करें। वीरवार से जारी बयान में उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा हालात में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह राष्ट्रीय एकता, अखंडता को सर्वोच्च मानते हुए देश की सेनाओं एवं राष्ट्र के साथ खड़ी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट कर चुके हैं। पार्टी इस मामले में देश की सेना और सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि बुद्धिजीवी संगोष्ठी में शिक्षा सुरेश भारद्वाज ने दलील दी थी कि कांग्रेस ने अपने समय में सेना के हाथ बांध रखे थे। साथ ही कहा था कि उस समय सरकार एक परिवार के कहने पर चलती थी।

मुकेश ने कहा कि यह बेहद अफसोसजनक है। भारद्वाज को याद रखना चाहिए कि यह कांग्रेस का ही नेतृत्व था, जिसकी राजनीतिक इच्छाशक्ति और कूटनीति के फलस्वरूप पाकिस्तान दो टुकड़ों में बंट गया। विश्व के मानचित्र में बांग्लादेश एक नया देश बना। यह कांग्रेस का ही शासन था जब पाकिस्तान के 90 हजार सशस्त्र सैनिकों का आत्मसमपर्ण करवाया था। कांग्रेस के शासनकाल में सीमाएं हमेशा सुरक्षित रही हैं। पूरे विश्व में हिंदुस्तान का लोहा माना जाता रहा है।

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