सहकारी बैंक में 17 लाख के घोटाले की सीआइडी जांच शुरू

नारकंडा क्षेत्र के एक सहकारी बैंक में करीब 17 लाख रुपये के घोटाले के मामले में सीआइडी जांच शुरू हो गई है। इस मामले में आरोपित अधिकारी की गिरफ्तारी हो सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jun 2018 06:26 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jun 2018 06:26 PM (IST)
सहकारी बैंक में 17 लाख के घोटाले की सीआइडी जांच शुरू
सहकारी बैंक में 17 लाख के घोटाले की सीआइडी जांच शुरू

राज्य ब्यूरो, शिमला : नारकंडा क्षेत्र के एक सहकारी बैंक में करीब 17 लाख रुपये के घोटाले की सीआइडी जांच शुरू हो गई है। इससे घोटालेबाज अधिकारी पर शिकंजा कसेगा। जांच एजेंसी आरोपित से पूछताछ भी करेगी। इस संबंध में बैंक से रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया है। एसपी (क्राइम) संदीप धवल ने इसकी पुष्टि की है।

सीआइडी सूत्रों के अनुसार आरोपित अधिकारी की गिरफ्तारी भी संभव है। बैंक शाखा में किसान क्रेडिट कार्ड लिमिट के नाम पर लाखों रुपये का घपला सामने आया है। इस संबंध में सीआइडी थाना शिमला में बैंक शाखा के निलंबित मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसमें बैंक के ही एक पूर्व सहायक महाप्रबंधक को आरोपित बनाया गया था। खाताधारकों के किए जाली हस्ताक्षर

आरोप है कि सहकारी बैंक की खोलीघाट शाखा के एक पूर्व अधिकारी ने किसान क्रेडिट कार्ड खाते में करीब 17 लाख रुपये का गोलमाल किया है। वर्ष 2017 में अधिकारी ने पांच किसान क्रेडिट कार्ड लिमिट खाताधारको को चेक जारी कर खुद ही चेक के जरिये खाते से रकम निकाल ली। इस फर्जीवाड़े को किसान क्रेडिट कार्ड लिमिट खाताधारकों के जाली हस्ताक्षर कर अंजाम दिया गया। किसान क्रेडिट कार्ड लिमिट के तहत जारी किए गए चेक खाताधारकों को न देकर जाली हस्ताक्षर कर खुद ही खाते से रकम निकाल ली गई। बैंक के खाताधारकों को जब पता चला कि उनकी लिमिट के खातों से पैसे कट रहे हैं तो उन्होंने इसकी शिकायत बैंक प्रबंधन से की। जांच में पता चला कि शाखा के पांच किसान क्रेडिट कार्ड लिमिट खाताधारकों के खाते से जाली हस्ताक्षर के जरिये लाखों रुपये निकाल लिए गए थे। बैंक ने भी की जांच

बैंक प्रबंधन ने भी इस मामले में जाच की। इससे पता चला कि किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर यह घपला बैंक के ही अधिकारी ने किया है। इसके बाद बैंक प्रबंधन की तरफ से बैंक शाखा के अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।

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