नशीली दवाओं व कैप्सूल सहित युवक गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला पुलिस ने नशा माफियों पर नकेल कसने के लिए मुहिम तेज कर दी है। आए

By Edited By: Publish:Thu, 09 Feb 2017 07:53 PM (IST) Updated:Thu, 09 Feb 2017 07:53 PM (IST)
नशीली दवाओं व कैप्सूल सहित युवक गिरफ्तार
नशीली दवाओं व कैप्सूल सहित युवक गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला पुलिस ने नशा माफियों पर नकेल कसने के लिए मुहिम तेज कर दी है। आए दिन शिमला में चरस और प्रतिबंधित दवाओं की खेप पकड़ी जा रही है। नशा माफिया यह खेप प्रदेश के दूसरे राज्यों से लाकर राजधानी के युवाओं को गिरफ्त में ले रहे हैं। वीरवार को इस अभियान के तहत शिमला पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। 1928 नशीली दवाओं के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। बुधवार रात शिमला शहर में पुलिस ने शिमला के तवी मोड़ के पास गश्त के दौरान शक के आधार पर एक युवक को रोका और इसकी तलाशी ली। तो उससे कैप्सूल और गोलियों का जखीरा बरामद किया गया। युवक से प्राक्सी वन नामक 1578 कैप्सूल व एन.10 नाम की 350 गोलिया बरामद की गई। पुलिस ने कुल मिलाकर 1928 कैप्सूल और गोलिया बरामद की। युवक की पहचान विनोद कुमार निवासी जिला हमीरपुर के रूप में हुई है।

पुलिस को उम्मीद है कि इस युवक से पूछताछ में कुछ और खुलासे हो सकते हैं। पुलिस पता लगा रही है कि युवक नशे की खेप कहां से ला रहा था और यहा किसको बेचने जा रहा था। ऐसे में इस मामले में पुलिस कुछ और युवकों को भी गिरफ्त में ले सकती है। पुलिस के मुताबिक इस मामले में आगामी कार्रवाई जारी है और जल्द ही इसमें कुछ और खुलासे की उम्मीद है।

नशे के सौदागरों की नजर युवा पीढ़ी पर

नशे के सौदागर देश-विदेश में युवा पीढ़ी को नशे का गुलाम बनाने में जुटे हैं। दवा कंपनियों द्वारा प्रतिबंधित दवाओं का उत्पादन किया जा रहा है जिसे बनाने के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है। इन दवा को बाजार में केवल चिकित्सक की सलाह पर ही बेचा जा सकता है। लाखों की नशीली दवा के मामले में स्वास्थ्य विभाग भी सवालों के घेरे में है। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग ने एक वर्ष से इस कंपनी के सैंपल नहीं जांचे हैं। इससे विभाग की लापरवाही उजागर हुई है। नशीली दवा बनाने के लिए निर्धारित माप दंड तय किए गए हैं। इसके लिए पहले ही स्वीकृति लेना अनिवार्य है तथा मापदंडों के मुताबिक ही दवाओं का उत्पाद करने के स्पष्ट निर्देश हैं। हिमाचली युवकों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के साथ ड्रग्स सप्लाई करने की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता। नशीली दवा की धर पकड़ पुलिस केवल स्वास्थ्य विभाग अथवा राज्य दवा नियंत्रक की सूचना पर उनके सहयोग से ही कर सकती है। राजधानी सहित प्रदेश के अन्य पर्यटन क्षेत्रों में यह कारोबार खूब फल फूल रहा है। नशा माफियों का केंद्र युवा वर्ग अधिक है।

आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ की जा रही है। उम्मीद है इस मामले में कुछ और सुराग हाथ लग जाए।

अर्जित सेन नेगी, एएसपी, शिमला,

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