पड्डल मैदान में बिना पंजीकरण नहीं प्रवेश

छोटी काशी मंडी के पड्डल मैदान में अब भर्ती के लिए आने पर पंजीकरण करवाना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 07:11 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:15 AM (IST)
पड्डल मैदान में बिना पंजीकरण नहीं प्रवेश
पड्डल मैदान में बिना पंजीकरण नहीं प्रवेश

जागरण संवाददाता, मंडी : छोटी काशी मंडी के पड्डल मैदान में अब भर्ती के लिए या अन्य प्रशिक्षण करवाने वाली अकादमियों को प्रवेश के लिए पंजीकरण करवाना होगा। इसके बाद ही पड्डल मैदान में प्रशिक्षण करवाने दिया जाएगा। पड्डल में कई अकादमियों के संचालक बच्चों को फौज में भर्ती के लिए प्रशिक्षण दे रहे हैं।

मंडी शहर के लोगों के व्यायाम या खेलने आदि के लिए पड्डल एकमात्र मैदान है। यहां पर जिम, प्रेक्टिस हाल आदि में आने वाले लोग पंजीकरण के बाद ही प्रवेश करते हैं। शहर में भर्ती के नाम पर कई लोगों ने अकादमियां खोल रखी हैं जिनके पास पूरा मूलभूत ढांचा नहीं है। अकादमियों के संचालक बच्चों से फीस पूरी लेते हैं लेकिन इन्हें प्रशिक्षण देने के लिए पड्डल में ले आते हैं। ऐसे में पड्डल मैदान में पंजीकरण करवाकर आने वाले लोग इस पर आपत्ति जता रहे हैं। अब खेल विभाग ने तय किया है कि पड्डल मैदान में बिना पंजीकरण प्रवेश नहीं मिलेगा। जो भी बच्चे यहां पर भर्ती के लिए किसी अकादमी के जरिये आ रहे हैं, उनकी अकादमी के संचालकों को इसके लिए पंजीकरण के बाद फीस अदा करनी होगी। यह फीस बच्चों की संख्या के आधार पर तय की जाएगी। इससे खेल विभाग को भी आय होगी। वहीं, पड्डल के रखरखाव के लिए ही बजट का इस्तेमाल होगा। पड्डल मैदान शिवरात्रि मेले के दौरान भी खोला जाता है। उसके बाद यहां पर कई चोर रास्ते बन जाते हैं। ऐसे में लोग इन्हीं रास्तों से मैदान में प्रवेश करते हैं। अब मैदान में आने के लिए चोर रास्ते भी बंद किए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग को ऐसे रास्ते बंद करने के लिए कहा गया है।

-------------- पंजीकृत नहीं अकादमियां

फौज में भर्ती के नाम पर प्रशिक्षण करवाने वाली अधिकतर अकादमियां प्रशासन के पास पंजीकृत नहीं हैं। न तो इनके पास पूरा आधारभूत ढांचा और न ही उचित व्यवस्था होती है। अकादमी संचालक बच्चों को खुले मैदानों या अन्य स्थानों पर ही प्रशिक्षण करवाकर चांदी कूटते हैं। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो प्रशिक्षण निशुल्क देते हैं।

------------ पड्डल मैदान में बच्चों को प्रवेश करवाने के लिए भर्ती प्रशिक्षण करवाने वाली अकादमियों के संचालकों को पंजीकरण करवाना होगा। इसके लिए बच्चों की संख्या के आधार पर फीस तय की जाएगी।

नरेश कुमार, जिला खेल अधिकारी, मंडी।

chat bot
आपका साथी